उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पुलिस रिमांड पर चल रहे माफिया अतीक अहमद से पूछताछ में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब दावा किया जा रहा है कि अतीक अहमद का संबंध अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के डी-गैंग के साथ भी है। रिपोर्टों के अनुसार खुफिया एजेंसियों को अतीक के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन की जानकारी मिली है। डी कंपनी के जरिए ही अतीक तक हथियार पहुँचाए जाते थे। पता चला है कि असद अहमद के छुपने में डी कंपनी के सदस्य अबू सलेम के करीबियों ने मदद की थी।
उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद का बेटा असद प्रयागराज से कानपूर, कानपुर से नोएडा और वहाँ से दिल्ली पहुँचा था। दिल्ली में उसे एक नेता से मदद मिली लेकिन यहाँ से वह अजमेर चला गया। जब असद अजमेर में था तब बरेली जेल में बंद उसके चाचा अशरफ अहमद ने उससे संपर्क किया और उसे पुणे और नासिक निकल जाने को कहा। दोनों फेसटाइम ऐप के जरिए संपर्क में थे। हालाँकि एसटीएफ ने गुरुवार (13 अप्रैल) को झाँसी में उनका एनकाउंटर कर दिया।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक अतीक ने पूछताछ में जानकारी दी है कि डी गैंग से संपर्क करने में उसकी मदद माफिया मुख्तार अंसारी ने की थी। डी गैंग के लिए काम करने वाले डॉन अबू सलेम के रिश्ते अतीक और उसके भाई से अशरफ से अच्छे हो गए थे। उमेश पाल हत्याकांड के बाद इस शहर से उस शहर छुपते फिर रहे असद को अबू सलेम के लोगों ने ही पुणे और पुणे से नासिक आने को कहा था। दावा है कि पुणे में असद और शूटर गुलाम को छिपाने में अबू सलेम के अलावा एक पूर्व सांसद ने भी मदद की थी।
अबू सलेम मुंबई बम धमाके मामले में जेल में बंद है। सलेम के जिन लोगों ने असद और गुलाम को पुणे में छिपाया था उनकी तलाश की जा रही है। टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार दाऊद इब्राहिम के नेटवर्क का इस्तेमाल अतीक अहमद के लिए हथियारों की सप्लाई के लिए भी किया जाता था। दाऊद इब्राहिम का दाहिना हाथ माना जाने वाला छोटा शकील का गुर्गा आईएसआई और अतीक के गिरोह के बीच पुल का काम कर रहा था। डी-कंपनी आईएसआई के इशारे पर अतीक अहमद को हथियार मुहैया कराती थी। जाँच एजेंसियाँ भगोड़े दाऊद के साथ अतीक के कथित संबंधों की विस्तार से जाँच कर रही हैं।
इसके पहले उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दायर की गई चार्जशीट में अतीक के बयान के हवाले से कहा गया है कि उसके पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों से संपर्क थे। अतीक ने जानकारी दी थी कि उसके पास हथियारों की कमी नहीं है। उसका सीधा संबंध पाकिस्तान की आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से है। अतीक ने कहा था, “पाकिस्तान से हमें पंजाब बॉर्डर पर ड्रोन के जरिए हथियार पहुँचा दिया जाता है जहाँ लोकल कनेक्शन उन्हें उठा लेता है। उसके बाद हथियार हमतक पहुँचा दिए जाते हैं। जम्मू-कश्मीर के आतंकी भी ऐसे ही हथियारों का जखीरा हासिल करते हैं।