एक तरफ तो पूरा देश कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे कोरोना योद्धाओं का अपने-अपने तरीके से सम्मान कर रहा है। वहीं कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। इस तरह की तमाम खबरें बिहार से आ रही हैं, जहाँ कुछ लोग स्वास्थ्य कर्मियों के साथ पुलिस टीम को लगातार अपना निशाना बना रहे हैं। इस बार ताजा मामला बिहार के गया जिले से सामने आया है। जहाँ लॉकडाउन का पालन कराने गई पुलिस टीम पर लोगों ने हमला बोल दिया। इसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए।
लॉक डाउन के चलते भारत के डॉक्टरों पर जानलेवा हमला किया जा रहा है। कुछ लोग स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिस प्रशासन पर लोगों की जांच के दौरान हमला कर रहे हैं।
— motherlandpost (@motherlandpost1) April 22, 2020
ऐसा मामला उत्तर प्रदेश और बिहार में देखने को ज्यादा मिल रहा है। जिसके बाद नाराज डॉक्टरों https://t.co/eWjiCu6WWO pic.twitter.com/nZ1kuGmiKa
खबर के मुताबिक गया जिले के शेरघाटी नगर सुमाली मोहल्ले में लॉकडाउन के दौरान नियमों का उल्लंघन कर मंगलवार को कुछ दुकानें खुली हुई थीं। इस बात की जानकारी जब पुलिस को हुई तो पुलिस की एक टीम लॉकडाउन के बीच खुली दुकानों को बंद कराने के लिए पहुँच गई। जैसे ही वहाँ खुली चूड़ी की दुकान को पुलिस बंद कराने लगी ऐसे ही स्थानीय लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। हमले में एसआइ ददन प्रसाद व एक अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए।
वहीं पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो महिलाओं समेत छह हमलावरों को मौके से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद तत्काल पुलिस ने कानूनी कार्रवाई करते दस नामजद और 10 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। वहीं पुलिस ने गिरफ्तार किए सभी छह आरोपितों को जेल भेज दिया। उधर शेष आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
प्रशिक्षु आइपीएस सह शेरघाटी थानाध्यक्ष सागर कुमार ने बताया कि निर्देश के विरुद्ध चूड़ी की दुकान का शटर आधा खुला था और अंदर कई लोग जमा थे। पुलिस अधिकारी ने जैसे ही टोका और शटर खोलकर अंदर गए तो लोगों ने उनके साथ हाथापाई कर दी। इसकी सूचना मिलने पर दूसरे थानों की पुलिस के साथ महिला पुलिसबल को भी घटनास्थल पर भेजा गया।
पुलिस ने मौके से छह हमलावरों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए लोगों में पीर मोहम्मद, तवाब हुसैन, फिरोज नवाब, दिलनाज, शबाना प्रवीण व तरन्नुम प्रवीण शामिल हैं।
इससे पहले मंगलवार को आरा जिले के नवादा थाना क्षेत्र के जवाहर टोला मुहल्ला में लॉकडाउन की वजह से रास्ता रोके जाने को लेकर दो गुट आमने-सामने आ गए। इतना ही नहीं इस दौरान हथियार बंद एक पक्ष ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें गोली लगने से दो लोग घायल हो गए। आनन-फानन में घायल 35 वर्षीय विनोद पासवान और 40 वर्षीय सुनील पासवान को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए फायरिंग मामले में पिता पूरन मियाँ और पुत्र शमी को गिरफ्तार किया है। साथ ही आरोपितों के घर से पुलिस ने एक एयरगन और एक बंदूक समेत दस गोली बरामद की हैं।
वहीं बिहार से लगातार सामने आ रहे ऐसे मामलों पर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने सख्त रुख अपनाते हुए पिछले दिनों कहा था कि जो लोग ऐसा करेंगे उनको जेल में सड़ा देंगे। उन्होंने कहा था कि ऐसे लोगों का नाम गुंडा पंजी में भी दर्ज होगा और स्पीडी ट्रायल के जरिए सजा दिलाई जाएगी, लेकिन उनका आदेश बिहार में समुदाय विशेष पर कोई असर नहीं दिखा रहा है।