राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार (22 मार्च 2024) को अटारी ड्रग जब्ती मामले में बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें कुल 102 किलोग्राम से अधिक हेरोइन की बरामदगी और जब्ती शामिल थी। ये हेरोइन अप्रैल 2022 में लिकोरिस जड़ों (मुलेठी) की एक खेप में छिपाकर देश में तस्करी कर लाई गई थी, लेकिन सीमा पर इसे पकड़ लिया गया था।
अब तक कुल पाँच आरोपित गिरफ्तार
एनआईए ने इस मामले में जिन दो लोगों को पकड़ा है, उनकी पहचान फिरोजपुर (पंजाब) के दीपक खुराना उर्फ दीपू और अवतार सिंह उर्फ सनी के रूप में हुई है। इस मामले में अब तक कुल पाँच आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जाँच से पता चला है कि दीपक खुराना न केवल एक ड्रग डीलर और ड्रग क्वालिटी टेस्टर था, बल्कि ‘ड्रग्स की आय’ का हैंडलर भी था। वहीं अवतार ड्रग्स की बिक्री, कैश मैनेजमेंट, बैंकिंग और हवाला के जरिए ड्रग्स से पैसे बनाता था।
दीपक और अवतार इस केस के मुख्य आरोपित रजी हैदर जैदी और शाहिद अहमद उर्फ काजी अब्दुल वदूद के पुराने साथी हैं। एनआईए ने बताया है कि दीपक और अवतार भारत में ड्रग्स की बिक्री और उसके पैसों को इंटरनेशनल ड्रग कार्टेल तक पहुँचाने के बड़े खिलाड़ी हैं।
इस मामले में नशीली दवाओं की जब्ती दो किस्तों में 24 और 26 अप्रैल 2022 को भारतीय सीमा शुल्क विभाग द्वारा की गई थी, जब नशीले पदार्थ आईसीपी अटारी, अमृतसर के माध्यम से अफगानिस्तान से देश में पहुँचे थे। नशीले पदार्थों की कुल कीमत लगभग 700 करोड़ रुपये थी।
एनआईए की जांच के अनुसार, यह खेप अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ के निवासी फरार आरोपी नजीर अहमद कानी द्वारा भारत में भेजी गई थी, जिसे दुबई स्थित फरार आरोपी शाहिद अहमद उर्फ काजी अब्दुल वदूद के निर्देश पर पहुँचाया जाना था। इसे रज़ी हैदर ज़ैदी देश के अन्य हिस्सों में पहुँचाता।
इस मामले में एनआईए16 दिसंबर 2022 को शाहिद अहमद और नजीर अहमद कानी के साथ-साथ दो अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। वहीं, रजी हैदर जैदी और विपिन मित्तल पहले गिरफ्तार हुए थे, जबकि अमृतपाल सिंह को 15 दिसंबर 2023 को देश से भागने की कोशिश के दौरान गिरफ्तार किया गया था। उसके पास से 1.34 करोड़ रुपए बरामद हुए थे, जो ड्रग्स से कमाए गए थे।