उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की हालत गंभीर है। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। बताया गया है कि लगातार अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है। राजधानी लखनऊ में स्थित ‘संजय गाँधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज’ ने बताया कि कल्याण सिंह के स्वास्थ्य व इलाज से जुड़े सभी पहलुओं का निरीक्षण निदेशक प्रोफेसर आरके धीमान ही कर रहे हैं।
ANI ने अस्पताल के हवाले से ट्विटर पर इस खबर को प्रकाशित किया। वहीं आसिफ रेयाज नाम के व्यक्ति ने इसके रिप्लाई में आपत्तिजनक व संवेदनहीन टिप्पणी करते हुए लिखा, “एक विवादित ढाँचा गिरने जा रहा है।” अपने ट्विटर बायो में उसने खुद को ‘इमकानात की दुनिया’ और ‘मुज़फ्फरनगर कैम्प में’ नामक पुस्तकों का लेखक बताया है। ट्विटर प्रोफ़ाइल के अनुसार, वो देश की राजधानी दिल्ली में रहता है।
ऊपर संलग्न किए गए स्क्रीनशॉट में आप उसकी टिप्पणी देखते हैं। दरअसल, बाबरी-विध्वंस को लेकर कल्याण सिंह को जिम्मेदार मानते हुए उसने इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी की है। वो ‘नक्श-ए-राख’ नामक एक ब्लॉग भी चलाता है। जहाँ एक तरफ लोग कल्याण सिंह जैसे नेता के स्वास्थ्य गिरने से दुःखी हैं और उनके जल्दी ठीक होने की कामना कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इसने इस तरह की टिप्पणी की है। कल्याण सिंह राजस्थान के राज्यपाल भी रहे हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री के रूप में कल्याण सिंह के पहले कार्यकाल के दौरान ही बाबरी विध्वंस हुआ था। मुख्यमंत्री बनने के बाद ही उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ अयोध्या जाकर ये संकल्प लिया था कि वहाँ एक भव्य राम मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। अयोध्या को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की कवायद उन्होंने तभी शुरू कर दी थी और इसके लिए भूमि अधिग्रहण भी किया गया था। उनके कार्यकाल के दौरान ही राम मंदिर की ‘आधारशिला’ रखी गई थी।