आज़म खान की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। उनके कारनामों की लिस्ट काफी बड़ी होती जा रही है। सपा सांसद आज़म खान पर जमीन हथियाने के 26 नए मामलों के बाद अब एक और करोड़ों रुपए के जमीन घोटाले में नाम सामने आया है। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने आजम खान को रामपुर में लग्जरी रिसॉर्ट हमसफर के लिए सरकारी जमीन कब्जाने को लेकर नोटिस जारी किया है।
The #UttarPradesh Police has issued a lookout circular at international airports, sea ports and land borders for former #Rampur circle officer #AlayHasanKhan, who is a close aide of Rampur MP #AzamKhan. pic.twitter.com/8Je8ZW9oPR
— IANS Tweets (@ians_india) July 30, 2019
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिला प्रशासन ने सरकारी जमीन के एक बड़े हिस्से को कब्जाने का आरोप लगाया है। इस जमीन पर लक्ज़री गेस्ट हाउस का निर्माण किया गया है। सपा सांसद आजम खान के खिलाफ सरकारी और किसानों की कृषि योग्य भूमि हथियाने के सिलसिले में लगातार मामले दर्ज किए जाने के बाद उनको भूमाफिया घोषित कर दिया गया है।
आज़म खान पर लगा एक और आरोपhttps://t.co/beGYUlJUZU
— आज तक (@aajtak) July 30, 2019
प्रवर्तन निदेशालय भी आजम खान के निजी विश्वविद्यालय के खाते में विदेशों से दान मिलने से संबंधित कथित धनशोधन के आरोपों की भी जाँच कर रहा है। ईडी ने रामपुर पुलिस से आजम खान के खिलाफ दर्ज मामलों की सूची पूरी सूची माँगी है। खबर ये भी है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने आजम खान के स्टाफ को मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी से संबंधित जमीन के सभी सौदों का ब्योरा देने के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है।
Rampur: Look Out Circular issued on July 29 against Ale Hasan, security in-charge of Ali Jauhar University & former Circle Officer in UP Police, in connection with case registered against him & Samajwadi Party MP Azam Khan for allegedly grabbing land of farmers for the university
— ANI UP (@ANINewsUP) July 29, 2019
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस अधीक्षक (रामपुर) अजय पाल शर्मा ने बताया कि पुलिस ने राजस्व रिकॉर्ड, भुगतान रसीद और जिनसे जमीन ली गई है उन पक्षों के साथ जमीन के करार का सभी ब्योरा माँगा गया है। खरीदी गई जमीन का मूल्य कई सौ करोड़ रुपए बताया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने यह भी कहा, “हमें बिक्री अभिलेख की जाँच करने की जरूरत है और असली विक्रेता से इसका सत्यापन करना है। साथ ही हम उन खातों की भी जाँच करना चाहते हैं जिनसे भुगतान हुआ है। जिन पक्षों ने भुगतान प्राप्त किया है उनका सत्यापन करना है।”
जानकारी के मुताबिक उनके ऊपर पहले ही इस मामले से सम्बंधित 26 शिकायतें दर्ज हो चुकी थीं लेकिन पिछले दिनों की खबर है कि सपा सांसद और उनके करीबियों पर फिर 8 नई शिकायतें दर्ज हुई हैं।
इस मामले के मद्देनजर रामपुर पुलिस ने बुधवार (जून 24, 2019) को जज के सामने उन किसानों के बयान भी दर्ज करवाए थे जिनकी जमीनें जौहर यूनिवर्सिटी बनाने के लिए कब्जाई गई। इन पीड़ित किसानों के बयानों को जुलाई 25, 2019 न्यायधीश के सामने दर्ज करवाया गया था।
वहीं, बता दें जमीन कब्जाने के पिछले मामले में पीड़ित किसानों में से कुछ किसानों के परिवारवालों ने बीते रविवार को राजभवन पहुँचकर राज्यपाल से न्याय की गुहार लगाई थी। जिसके बाद राज्यपाल राम नाईक ने भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर जौहर यूनिवर्सिटी का अधिग्रहण करने की बात कही थी।
उन्होंने अपने पत्र में उत्तर प्रदेश कॉन्ग्रेस कमेटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष फैसल खान का जिक्र करते हुए कहा था कि वे कई बार जौहर यूनिवर्सिटी में कई अनियमितताओं की शिकायत कर चुके हैं। इस मामले के मद्देनजर फैसल 8 जुलाई को राज्यपाल से भी मिले थे और उन्होंने राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा था।
जिसमें उनका कहना था कि ‘यूनिवर्सिटी में 80 प्रतिशत जमीन सरकार और किसानों से कब्जाई गई है और 20 प्रतिशत जमीन चंदे के पैसे से खरीदी गई है। बावजूद इसके वहाँ बच्चों से मोटी फीस वसूली जाती है। जिसकी कमाई जौहर ट्रस्ट को जाती है और ये जौहर ट्रस्ट आजम खान के घर का निजी ट्रस्ट है।’