उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में एक मुस्लिम लड़की ने हिन्दू लड़के से मंदिर में शादी कर ली। लड़की का नाम मोमिन खातून है। उसने सूरज से शादी की है। विवाह के समय लड़के के परिवार वाले और हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता मौजूद रहे। पुलिस ने भी नवदम्पति से मुलाकात कर उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया है। शादी 14 जुलाई 2022 (गुरुवार) को हुई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला अतरौलिया थाना क्षेत्र का है। फ़तेह गाँव के सूरज और हैदरपुर की मोमिन खातून के बीच लगभग 2 साल से प्रेम संबंध था। जब दोनों के रिश्ते की जानकारी परिवार वालों को हुई तो मोमिन के घर वालों ने सूरज को इस्लाम कबूलने के लिया कहा। सूरज ने इससे इनकार कर दिया। आख़िरकार मोमिन खातून ने किसी भी हाल में सूरज से शादी करने की ठानी और दोनों ने अतरौलिया के एक मंदिर में शादी कर ली।
मीडिया से बात करते हुए सूरज ने कहा, “हम अपनी मर्जी से बिना किसी दबाव के शादी कर रहे हैं।” इस शादी के दौरान सूरज के परिवार वाले मौजूद रहे। इस दौरान वेद मंत्रों के बीच सूरज और मोमिन के एक-दूसरे के गले में वरमाला डाली और फेरे लिए।
एक रिपोर्ट के मुताबिक मोमिन ने कहा कि उसने अपनी मर्जी से शादी की और वो खुश रहना चाहती है। अतरौलिया थाने के SHO इंस्पेक्टर रुद्रभान पांडेय ने भी नव दंपती से मुलाकात की है औश्र बताया है कि किसी भी प्रकार के लॉ एन्ड आर्डर की कोई समस्या नहीं है।
विश्व हिन्दू परिषद आजमगढ़ के पदाधिकारी गौरव सिंह ने ऑपइंडिया से बात करते हुए कहा, “मोमिन खातून सनातन धर्म में आईं हैं। उनका स्वागत है। मोमिन के घर वालों ने सूरज पर इस्लाम कबूलने का दबाव बनाया था, लेकिन खुद मोमिन ने हिन्दू बनकर शादी करने की रजामंदी जताई। ऐसी बहन का हम सम्मान करते हैं।” न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार नव दंपती को कट्टरपंथियों से खतरा देखते हुए गौरव सिंह ने उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी ली है।
कट्टरपंथी नाराज
सूरज और मोमिन खातून का निकाह कट्टरपंथी विचारधारा के लोगों को रास नहीं आ रहा है। हालत हाल TV नाम के यूट्यूब चैनल पर शेयर हुए 2:11 मिनट के वीडियो में 1:18 मिनट पर मोमिन को दीन-ए-इस्लाम छोड़ने पर नसीहत दी गई है और उसके विवाह को बगावत कहा गया है। इसी के साथ वीडियो में क़ुरान-हदीस की चर्चा करते हुए लड़की को इस्लाम से हमेशा के लिए ख़ारिज करते हुए उसके अब्बा पर अफ़सोस जताया गया है।
आतंकवाद और फिरकापरस्ती से लड़ने का दावा कर के बनी युवा मुस्लिम परिषद् NRI कमेटी के सदस्य मोहम्मद अफ़ज़ल ने फेसबुक पोस्ट में लिखा है, “आज भी जहालत में डूबे हुए बेशुमार मुसलमान जागने को तैयार नहीं हैं और अपनी लड़कियों को आँखों के सामने जहन्नुम में जाता देख कर भी उनकी न ग़ैरत जाग रही है न ईमान। अल्लाह ऐसी क़ौम को ऐसे ही ज़लील करेगा जो अपने रब के हुक्मों को भूल कर बेहयाई और गुमराही को अपना रास्ता बना चुकी है।”