ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना केआर फ़िरंगी महली ने सभी मुस्लिमों से अपील करते हुए कहा, “मैं सभी मुस्लिमों से अपील करता हूँ कि प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी ईद-उल-अजहा पर केवल उन्हीं पशुओं की क़ुर्बानी दी जानी चाहिए जिस पर सरकार ने कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है।”
Maulana KR Firangi Mahali, All India Muslim Personal Law Board (AIMPLB) member: I appeal to all the Muslims that on Eid al-Adha, like every year, this year too, life of only those animals should be sacrificed on which there’s no prohibition by govt. pic.twitter.com/QOuVooA4Xu
— ANI (@ANI) August 4, 2019
इसके अलावा उन्होंने कहा कि पशुओं की क़ुर्बानी सड़कों पर नहीं दी जानी चाहिए। उनकी क़ुर्बानी घर या मदरसे के अंदर दी जा सकती है, जिससे अन्य समुदाय के लोगों को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि पशुओं की क़ुर्बानी की कोई भी फ़ोटो सोशल मीडिया पर नहीं जानी चाहिए।
Maulana KR Firangi Mahali: Animal sacrifice must not be done on roads; it can be done inside a house or a madrasa so that other communities do not face any problem. No photos of animal sacrifice should be clicked or shared on social media. https://t.co/iHdcB3cZjU
— ANI (@ANI) August 4, 2019
ग़ौरतलब है कि भारत में बकरीद का चाँद शुक्रवार (2 अगस्त) को नज़र आ गया है। इसके साथ ही बकरीद का त्योहार 12 अगस्त को मनाया जाएगा। दरअसल, बकरीद का चाँद जिस रोज नज़र आता है उसके ठीक 10वें दिन बकरीद मनाई जाती है। इस्लाम के अनुसार, इस त्योहार में पशुओं की क़ुर्बानी दी जाती है और इस महीने हज यात्रा भी की जाती है।