उत्तर प्रदेश के जिस बांदा जेल के माफिया मुख्तार अंसारी बंद था, उसके वरिष्ठ अधीक्षक को फोन पर जान से मारने की धमकी मिली है। मुख़्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट के बाद मौत होने के बाद यह धमकी दी गई है। रविवार (31 मार्च 2024) को इस मामले की शिकायत देकर FIR दर्ज करवाई गई है। पुलिस ने नंबर को सर्विलांस पर लेकर जाँच शुरू कर दी है।
यह धमकी 28-29 मार्च 2024 को मुख़्तार अंसारी की मौत की खबर की कुछ ही देर बाद दी गई थी। बांदा जेल के सुपरिटेंडेंट वीरेश राज शर्मा ने रविवार (31 मार्च 2024) को थाना कोतवाली में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में उन्होंने बताया कि 28-29 मार्च को रात लगभग 1:37 बजे उनके सरकारी नंबर पर एक अनजान नंबर से कॉल आई थी।
उन्होंने बताया कि फोन उठाते ही कॉलर ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक को गालियाँ देना और धमकाना शुरू कर दिया। अज्ञात कॉलर ने कहा, “अब तुझे तो ठोकना है स#ले। बच सके तो बच मा##र#द।” बकौल जेल सुपरिटेंडेंट, कॉलर ने अपना परिचय नहीं दिया। पूरी धमकी और गालियाँ महज 14 सेकेंड में दी गईं और बाद में फोन काट दिया गया।
वीरेश राज शर्मा ने शिकायत की कॉपी अपने विभाग के तमाम सीनियर अधिकारियों को भी भेजी है। पुलिस ने अज्ञात कॉलर के खिलाफ IPC की धारा 504 और 507 के तहत FIR दर्ज कर ली है। केस की जाँच सब इंस्पेक्टर आनंद कुमार ने शुरू कर दी है। शिकायत में दिए गए नंबर को सर्विलांस पर लगाकर उसकी लोकेशन और कॉलर की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।
फ़िलहाल अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। बता दें कि 28 मार्च 2024 को बांदा जेल में लम्बे समय से बंद सजायाफ्ता मुल्जिम और माफिया मुख़्तार अंसारी की मौत हो गई थी। माफिया के परिजनों ने आरोप लगाया है कि जेल में मुख़्तार अंसारी को जहर दिया गया था। इसके कारण उसकी मौत हो गई थी।
हालॉंकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट इन तमाम दावों को निराधार साबित करती है। रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक आना बताया गया है। पूर्व जेल सुपरिटेंडेंट एसके अवस्थी ने आजतक से बातचीत में बताया कि मुख़्तार अंसारी को जेल में पौष्टिक खाना दिया जाता था। उन्होंने जेल का खाना होटल जैसा बताते हुए कहा कि उसे कैदी को खिलाने से पहले खुद जेल सुपरिटेंडेंट चखकर देखते थे।