उत्तर प्रदेश के बरेली में एक व्यक्ति ने विधि विधान से पूजा पाठ करके हिंदू धर्म मे घर वापसी की है। व्यक्ति का कहना है कि 11 साल पहले उन्हें बहका कर इस्लाम मजहब कबूल करवाया गया था। हालाँकि अब वह दोबारा अपने धर्म में वापस आ रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने बरेली जिला प्रशासन को घर वापसी के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया।
घटना अमरोहा के नई बस्ती नौगवा सादात की है। वहाँ युवक ने छोटी वमनपुरी के एक आश्रम में पंडित केके संख्यधर से अपना शुद्धिकरण करवाया है। जानकारी के मुताबिक सुहैल (मुस्लिम बनने के बाद रखा गया नाम) नाम के व्यक्ति ने प्रशासन को घर वापसी का आवेदन देते हुए बताया कि वह जन्म से हिंदू थे। उनका नाम सौरभ रस्तोगी था। लेकिन बहकावे में आकर उन्होंने कुछ साल पहले अपना धर्म छोड़ दिया और मुस्लिम बन गए। उनके दस्तावेज अब भी पुराने नाम के ही हैं।
कुछ रिपोर्ट्स बता रही हैं कि सौरभ ने मुस्लिम लड़की से शादी करने के बाद इस्लाम को कबूला था और अब उसे तीन तलाक देकर हिंदू धर्म में आ रहे हैं, तो कुछ रिपोर्ट्स कह रही है कि सौरभ की बहन ने किसी मुस्लिम से शादी कर ली थी, इसके चलते घरवालों को भी इस्लाम कबूल करना पड़ा था। इसके बाद उनका नाम मोहम्मद सुहैल कर दिया गया।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट में उल्लेख है कि किसी इरशाद नाम के मौलवी ने सौरभ के परिजनों का घर आ आकर ब्रेन वॉश किया था और उनका धर्म परिवर्तन करवा दिया था। बाद में सौरभ को भी इस्लाम कबूलना पड़ा। खबर बताती है कि मौलवी ने इस कदर परिजनों को इस्लाम का पाठ पढ़ाया था कि सबने उसकी शादी तीन बार निकाह कर चुकी महिला से करवा दी थी।
अब असली वजह क्या है ये स्पष्ट नहीं है। लेकिन युवक की घर वापसी का जो आवेदन प्रशासन को दिया गया है उसकी प्रति ऑपइंडिया पर भी है। इसमें साफ है कि घर वापसी अपनी इच्छा से कर रहे हैं।
अपने आवेदन में युवक ने कहा कि वह भले ही कुछ साल पहले मुस्लिम बना लेकिन उसकी आस्था हमेशा हिंदू धर्म ही रही। वह अपने हिंदू देवी-देवताओं को मानता रहा। इसलिए अवब वह दोबारा से बिन किसी के दबाव में हिंदू धर्म में आना चाहता है और हमेशा हिंदू ही बनकर अपना जीवन गुजारना चाहता है। आवेदन पत्र में लिखा है कि शपथकर्ता अपना धर्म परिवर्तित करना चाहता है तथा हिंदू धर्म में लौटना चाहता है।
बता दें कि इस आवेदन के अलावा एक वीडियो भी सामने आई है जिसमें सौरभ से सुहैल बना युवक दोबारा से सौरभ बनने के लिए अपना शुद्धिकरण करवा रहा है। हवन पूजा पाठ और मंत्रों के बीच सौरभ को हिंदू धर्म स्वीकारते देखा जा सकता है। वह तिलक लगवाकर, हाथ में कलावा बँधवाकर पूजा करते हैं। इसके बाद हवन की तैयारी की जाती है और सौरभ हाथ जोड़े वहीं बैठे रहते हैं।
स्थानीय रिपोर्ट्स बताती है कि सौरभ ने इस्लाम कबूलने को लेकर कहा कि कुछ साल पहले जब वह मुस्लिम बने तो धीरे-धीरे डिप्रेशन में चले गए। कई बार उन्होंने आत्महत्या की भी कोशिश की। मगर अंत में उन्होंने अपनी स्थिति सुधारने के लिए हिंदू बनने का निर्णय ही लिया। युवक ने प्रशासन के समक्ष घर वापसी का आवेदन देने के अलावा ये भी कहा है कि अमरोहा में उसकी जान को खतरा है। ऐसे में उन्हें सुरक्षा की जरूरत है।