5 साल के लम्बे इंतजार और संघर्षों के बाद आकाश और इकरा ने एक दूसरे का हाथ थम लिया। मामला उत्तर प्रदेश के बरेली का है। यहाँ इकरा बी नाम की एक मुस्लिम लड़की ने अपने प्यार के लिए न सिर्फ हिन्दू धर्म अपनाया बल्कि लम्बा इंतज़ार भी किया। शुक्रवार (8 सितम्बर, 2023) को अगस्त मुनि आश्रम में शुद्धिकरण के बाद इकरा बी अब प्रीति बन गई हैं। वहीं आश्रम में ही इकरा ने आकाश के साथ सात फेरे लेकर परिणय सूत्र में बँध गईं।
क्या है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रामपुर के टांडा निवासी आकाश और बरेली के सिरौली निवासी इकरा बी के बीच प्रेम प्रसंग 5 साल से चल रहा था। इकरा की मुलाकात आकाश से बॉलीबॉल मैच के दौरान हुई थी। दोनों में प्यार परवान चढ़ा तो चोरी-छिपे मिलना-जुलना भी चलता रहा। लेकिन जैसे ही परिवार वालों को पता चला और उनके रिश्ते का विरोध किया तो दोनों साल 2021 में घर से भाग गए. इसके बाद इकरा बी के अब्बू ने सिरौली थाने में आकाश के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज करवा दिया क्योंकि इकरा तब नाबालिग थी।
प्यार के लिए काटी जेल की सजा
आकाश जहाँ नौवीं पास हैं वहीं इकरा 5वीं पास। जब इकरा और आकाश पहली बार शादी के लिए घर से भागे थे तब दोनों नाबालिग थे। इकरा के अब्बू की शिकायत के बाद पुलिस ने आकाश को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने आकाश को 4 महीने के लिए जेल भेज दिया था। वहीं, नाबालिग होने के वजह से इकरा को भी 2 साल तक आर्य समाज के अनाथालय में रहना पड़ा था। हालाँकि, बाद में दोनों को जमानत मिल गई। दोनों घर लौट आए लेकिन बालिग होते ही फिर से शादी के लिए घर छोड़ दिया।
हिन्दू रीति-रिवाज से इकरा ने की शादी
शुक्रवार को घर से भागकर अगस्तमुनि आश्रम में इकरा ने हिन्दू रीति रिवाज से आकाश से शादी कर ली। दोनों ने अपने बालिग होने का हलफनामा और स्वेच्छा से हिन्दू धर्म अपना कर विवाह का शपथनामा भी दिया। बता दें कि इकरा बी को गौमूत्र और गंगा जल पिलाकर शुद्धिकरण कराया गया। इसके बाद हवन आदि कर सनातन धर्म में वापसी कराई गई।
आश्रम में आकाश ने इकरा की माँग पर सिंदूरभर कर सात फेरे लिए, इसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं। हिन्दू धर्म अपनाकर प्रीति बनी इकरा ने बताया कि उसे इस्लाम धर्म में फैली बहु विवाह, हलाला और तीन तलाक जैसी कुरीतियों से सख्त नफरत है।