केंद्रीय अपराध शाखा (Central Crime Branch) ने सोमवार (अक्टूबर 12, 2020) को अगस्त, 2020 में बेंगलुरु के डीजे होली और केजी हल्ली क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर हुए दंगों के संबंध में एक प्रारंभिक आरोप पत्र दायर किया है। 850 पन्नों के आरोप पत्र में 52 लोगों के नाम आरोपित के रूप में शामिल हैं। इसमें 30 से अधिक चश्मदीद शामिल हैं।
बेंगलुरु हिंसा मामले में कॉन्ग्रेस ‘कड़ी’ सामने आई है। आरोप पत्र में दो कॉन्ग्रेस नगरसेवकों- पूर्व मेयर संपत राज और जाकिर हुसैन को क्रमशः आरोपित नंबर 51 और 52 बताया गया है। इससे पहले, राज के निजी सहायक अरुण कुमार को केंद्रीय अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया था। उन्होंने कथित तौर पर एसडीपीआई नेता मुज़म्मिल पाशा और अन्य को 10 से अधिक कॉल किए, जो कि दंगों के मामले में आरोपित हैं।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने आरोप लगाया है कि कॉन्ग्रेस नेताओं ने एसडीपीआई के साथ मिलकर बेंगलुरु दंगों को भड़काया। आरोप पत्र वीडियो और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर तैयार किया गया है। एनआईए ने इस मामले में आईपीसी, यूएपीए, कर्नाटक प्रिवेंशन ऑफ डिस्ट्रक्शन एंड लॉस ऑफ प्रॉपर्टी एक्ट और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाने की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है।
ग़ौरतलब है कि बेंगलुरु में हुए दंगों का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था। इस वीडियो में केजी हल्ली पुलिस स्टेशन के कर्मचारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों से आत्मरक्षा के लिए गोली चलने की इजाज़त माँग रहे थे। वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि इस्लामियों की अनियंत्रित भीड़ पुलिस वालों पर टूट पड़ती है। हालात इतने भयावह हो जाने के बाद पुलिसकर्मियों ने वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमति माँगी।
इसके अलावा कर्नाटक के गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार (अगस्त 12, 2020) को कहा था कि राज्य सरकार बेंगलुरु हिंसा की घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। बोम्मई ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि सार्वजनिक संपत्ति और वाहनों को नुकसान की भरपाई क्षति पहुँचाने वाले दंगाइयों को करना होगा।
दंगों के संबंध में 12 अगस्त को सैयद नदीम नाम के युवक को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद उसे न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया था। इसके बाद पुलिस ने उसे आगे की पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था।
दिल दहला देने वाली घटना को याद करते हुए कॉन्ग्रेस विधायक आर अखंड श्रीनिवास मूर्ति ने कहा था कि उनके घर पर संप्रदाय विशेष के 2000-3000 लोगों की भीड़ पहुँची, पथराव किया, पेट्रोल डाला, टायर जलाए और घर में आग लगा दी। उन्होंने बताया कि उग्र दंगाइयों ने तलवार, कुल्हाड़ी, लाठी से हमला किया और उनके आवास पर पेट्रोल बम भी फेंके।