बेंगलुरु के एक स्कूल में एक बच्ची को सजा देने के लिए उससे इस्लामी ढंग से प्रार्थना करवाई गई। कथिततौर पर ऑर्किड इंटरनेशनल स्कूल (Orchid International School) की मैथ टीचर ने छात्रा से एक सवाल हल न होने पर कहा कि वो अल्लाह के नाम से दुआ पढ़े और इस बारे में किसी को कुछ न बताए। स्कूल पर लगे आरोपों को प्रबंधन द्वारा नकारा गया है।
बता दें कि बेंगलुरु स्कूल में ‘शिक्षा जिहाद’ से संबंधी ये मामला विक्रम सिम्हा द्वारा रिकॉर्ड की गई वीडियो के बाद चर्चा में आया जिसमें उनकी बेटी बता रही थी कि कैसे उनकी मैथ टीचर उन्हें हाथों को आधा खोलकर (कटोरे की तरह) अल्लाह से दुआ माँगने के लिए कहती है।
a teacher named Sarika Rana from @Orchids_School BTM Layout, Bengaluru is has forced kids to Pray to All@ claiming All@h is a better god.@swati_gs @ShefVaidya
— G Pradeep (@pradeep_gee) January 5, 2022
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बच्ची वीडियो में कहती हैं, “मैथ की प्रॉब्लम बहुत कन्फ्यूज करने वाली थी। हम उसे नहीं कर पा रहे थे। इसलिए टीचर ने कहा कि हम अल्लाह से दुआ माँगे। हमने बताया कि हम हिंदू हैं और अल्लाह की प्रार्थना नहीं कर सकते। इस पर टीचर ने हमें डांटा और हाथ को आधा खोलकर दुआ करने को कहा।” बच्ची के मुताबिक, सारिका राणा नाम की टीचर ने उन्हें कहा था कि अल्लाह बेहतर भगवान हैं और वो सब उन्हीं से दुआ माँगें।
स्कूल का बयान
स्कूल ने बच्ची के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वीडियो में बच्ची झूठ बोल रही है और स्कूल के शिक्षक किसी भी तरह के मजहबी अभ्यास का प्रचार-प्रसार नहीं करते। स्कूल के आधिकारिक बयान के अनुसार, “हमने माता-पिता से बात की है। ऐसी कोई घटना मैथ क्लास में नहीं हुई क्योंकि टीचर अपने विषय पर ही फोकस करती है। उसने कभी मजहब के बारे में नहीं कहा।”
ऑर्किड इंटरनेशनल स्कूल ने कहा, “स्कूल प्रशासन ने इस मामले में पता लगाने के लिए तेजी से गहन जाँच की, जिसके बाद पता चला कि शिक्षिका खुद भी उस धर्म का पालन नहीं करती जिसे बढ़ावा देने की बात कही जा रही है। बच्चे और माता-पिता द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं। हमने क्लास के सीसीटीवी फुटेज चेक किए हैं और दूसरे बच्चों से भी बात की है। उन सभी ने ऐसी किसी भी घटना के होने से इनकार किया है।”
वहीं हाथ को आधा खोलकर दुआ पढ़ने की क्रिया को स्कूल ने व्यायाम कार्य कहा है। स्कूल ने कहा, “यह ऑनलाइन सत्रों के दौरान आयोजित दो मिनट का नेत्र व्यायाम है, जिसका उद्देश्य बच्चों की आँखों को स्क्रीन से आराम देना है।”
विक्रम सिम्हा का आरोप
बता दें कि विक्रम सिम्हा की एक अन्य वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद स्कूल ने अपना ऑफिशियल ट्विटर हैंडल लॉक कर दिया है। सिम्हा ने कहा कि स्कूल ने जो भी बयान दिया है वो सच नहीं है। हालाँकि ये बात सही है कि उनकी स्कूल प्रशासन से बात हुई लेकिन ये भी सच है कि उनकी बेटी को स्कूल ने नहीं बोलने दिया।
The frightened kid clearly calls out the Teacher’s name as Sarika & her shameless Wahhabi campaign in spite of kids telling “We are Hindus!” So stop this makeover & accept it & take action against the Teacher. We are not fools to believe your stupid PR.pic.twitter.com/jh18QwySay https://t.co/RTSLbljTTr
— SG Suryah (@SuryahSG) January 6, 2022
अन्य वीडियो में उन्होंने कहा कि स्कूल प्रिसिंपल ने बच्चों की बात को सुना ही नहीं। वहीं छात्रा ने भी सारिका राणा द्वारा कही गई बात को बेखौफ होकर बताया। उसने कहा कि टीचर ने कहा था अल्लाह एक बेहतर भगवान हैं। उसने किसी प्रकार के व्यायाम क्रिया से इनकार किया। उसने कहा कि उसे मालूम है कि 2 मिनट वाली आँखों की एक्सरसाइज कैसे होती है जिसमें हाथ रगड़कर आँखों पर रखना होता है लेकिन टीचर ने कटोरे की तरह हाथ को करवाया और अल्लाह से दुआ माँगने को कहा।
अब इस वीडियो पर कई बीजेपी नेता और कार्यकर्ता बच्ची के समर्थन में आए हैं और स्कूल पर टीचर के विरुद्ध कार्रवाई करने को कह रहे है। हालाँकि पुलिस द्वारा इस मामले पर संज्ञान लिया जाना अभी बाकी है।