उत्तर प्रदेश के वाराणसी में रविवार (5 नवंबर, 2023) को बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के अंदर हिंदुत्व विरोधी और आज़ादी के नारे लगे थे। ABVP कार्यकर्ताओं का आरोप था कि जब उन्होंने नारेबाजी रोकने का प्रयास किया तब उन पर हमला किया गया। पुलिस ने इस मामले में कुल 17 नामजद सहित अन्य अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज की है। आरोपित छात्र वामपंथी AISA (आइसा) से जुड़े बताए गए थे। ऑपइंडिया ने इस मामले में वर्तमान हालातों की जानकारी ली।
नारेबाजी को चीफ प्रॉक्टर ने भी स्वीकारा
इस मामले में BHU के चीफ प्रॉक्टर शिव प्रकाश सिंह का भी बयान मीडिया में आया है। उनका कहना है कि धरना देने वालों में AISA के साथ NSUI से जुड़े छात्र भी थे। चीफ प्रॉक्टर ने आगे बताया कि AISA द्वारा पुतला दहन के बाद हालात खराब हुए। पुतला दहन के ही बीच सुरक्षा गार्डों ने AISA कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया जिसके जवाब में उन्होंने अभद्रता और नारेबाजी की। AISA की इस करतूत का ABVP ने विरोध किया और मारपीट हो गई। बकौल शिव प्रकाश सिंह शाम को NSUI के छात्रों ने भी धरना दिया था लेकिन समझाने पर वो वापस चले गए थे।
छुट्टियाँ खत्म होते ही आंदोलन को देंगे धार
ऑपइंडिया ने इस मामले में ABVP के वाराणसी पदाधिकारी अभय प्रताप सिंह से बात की। अभय प्रताप ने हमें बताया कि इस बीच में दीपावली की छुट्टियाँ पड़ गईं जिसके चलते BHU कैम्पस अधिकतर बंद रहा। इस दौरान वामपंथियों के हमले की शिकार ABVP की छात्राएँ बेहतर देखभाल और छठ पूजा आदि के लिए अपने घर भी चली गईं हैं। बकौल अभय प्रताप कैम्पस फिर से खुलने और पीड़िताओं के वापस आने के बाद आरोपित वामपंथियों पर कार्रवाई के लिए आंदोलन को फिर से धार दी जाएगी।
यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से भी कोई ठोस एक्शन नहीं
ABVP पदाधिकारी अभय प्रताप का कहना है कि पुलिस तो दूर अभी तक आरोपित छात्रों के खिलाफ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने भी कोई ठोस एक्शन नहीं लिया। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी प्रशासन यह अच्छे से जानता है कि वामपंथियों ने कैम्पस के अंदर हिंदुत्व विरोधी नारे लगाए हैं लेकिन फिर भी वो न जाने क्यों और किसके दबाव में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। बकौल अभय वो जब भी विश्वविद्यालय प्रशासन से सवाल करते हैं तो जवाब में कमेटी गठित कर के जाँच किए जाने की जानकारी दी जाती है। हालाँकि अभय को आशंका है कि ये सब जाँच के नाम पर सिर्फ समय बिताने के लिए हो रही कार्रवाई है।
अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं
ऑपइंडिया ने अब तक हुई कानूनी कार्रवाई की जानकारी के लिए वाराणसी में SHO लंका को कॉल किया। थाना प्रभारी लंका ने हमें बताया कि फ़िलहाल अभी तक मामले में किसी भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जिस मामले में ABVP के दलित छात्र को पीटा गया था उस मामले की जाँच ACP भेलूपुर प्रवीण कुमार कर रहे हैं। जब हमने ACP प्रवीण कुमार से सम्पर्क करने का प्रयास किया तब उन्होंने फोन नहीं उठाया। ACP का पक्ष आने के बाद उसे खबर में अपडेट किया जाएगा। फिलहाल बकौल थाना प्रभारी अभी तक केस में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और मामले की जाँच तथ्यों व सबूतों के आधार पर की जा रही है।
आरोपितों के हाईकोर्ट जाने की तैयारी
ABVP पदाधिकारी अभय ने हमें आगे बताया कि उनको विश्वस्त सूत्रों से ये पता चला है कि आरोपित छात्र छुट्टी और बीच में मिल रहे समय का फायदा उठा कर हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। हाईकोर्ट में FIR को रद्द करने की माँग भी की जा सकती है। हालाँकि SHO लंका ने आरोपित छात्रों द्वारा हाईकोर्ट जाने जैसी कोई जानकारी मिलने या उच्च न्यायालय की तरफ से कोई नोटिस आदि से इंकार किया है। अभय का दावा है कि आरोपित छात्रों में अधिकतर पहले सरस्वती शिशु मंदिरों में पढ़े थे और बचपन में संस्कारी थी लेकिन बाद में उनको वामपंथियों ने ब्रेनवॉश कर के अपने साथ मिला लिया। उदहारण के तौर पर अभय ने केस में आरोपित रोशन पांडेय का नाम लिया।
वामपंथी छात्रों के हॉस्टलों में बाहरी लोग
ABVP के अभय प्रताप ने दावा किया कि BHU कैम्पस में हुए प्रदर्शन के साथ अन्य कई अराजक कार्यों में कैम्पस के वामपंथी छात्रों के साथ बाहरी तत्वों की संलिप्तता रही है। उन्होंने कहा कि ABVP ने बाहरी तत्वों के खिलाफ आवाज उठाई तो यूनिवर्सिटी प्रशासन ने हॉस्टलों की जाँच करवाई। जाँच में अभय ने अपना दावा सही होने की बात कही। अभय का आरोप है कि वामपंथी छात्रों का हॉस्टल में बाहरी लोग मिले हैं जिन्हे फिलहाल निकाल दिया गया है।
FIR को वामपंथियों ने बताया झूठा
इस मामले में वामपंथी छात्रों के समर्थन में उनकी विचारधारा के कुछ लोग सामने आए हैं। बताया गया है कि नारेबाजी करने वाले वामपंथी छात्रों के कुछ समर्थक खुद को स्थानीय नागरिक बताते हुए ACP भेलूपुर पहुँचे। उन्होंने AISA वालों को निर्दोष और ABVP के छात्रों को हमलावर बताया। एक ज्ञापन के माध्यम से लगभग 7 लोगों के इस प्रतिनिधि मंडल ने वामपंथी छात्रों पर दर्ज FIR निरस्त करते हुए ABVP से जुड़े छात्रों की गिरफ्तारी की माँग की। इस पत्र को FIR में नामजद मुख्य अरोपिता आकांक्षा आज़ाद ने अपने फेसबुक पर शेयर किया है।