बिहार में दो महादलित बच्चियों से रेप के मामले में अब तक अपराधी पकड़ से बाहर हैं। इस मामले में एक बच्ची की मौत हो गई थी, वहीं दूसरी की हालत नाजुक है। घटना पटना से सटे फुलवारीशरीफ के हिंदुनी बधार इलाके की है। बच्चियाँ जलावन के लिए लकड़ी लेने गई थी तभी दरिंदों ने इनको अगवा कर गैंगरेप को अंजाम दिया।
इस दरिंदगी से 7 साल की बच्ची की मौत हो गई। वहीं 12 साल की दूसरी बच्ची पटना के एम्स में जिंदगी की जंग लड़ रही है। इस मामले में अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण बुधवार (10 जनवरी 2024) को लोगों का गुस्सा भड़क उठा।
स्थानीय लोगों ने छह घंटे से अधिक वक्त तक राष्ट्रीय राजमार्ग के पटना-आरा हिस्से में जाम रखा। सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) विक्रम सिहाग ने कहा, “घटना की सटीक जानकारी के लिए हम दूसरी लड़की के ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं। फोरेंसिंक टीम ने घटनास्थल से सुबूत जुटाए हैं। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए डॉग स्कावॉड की मदद ली जा रही है।”
पुलिस ने मृतक बच्ची की माँ के बयान पर अज्ञात आरोपितों के खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या), 376 एबी (12 साल से कम उम्र की महिला संग बलात्कार के लिए सजा),120 बी (साजिश), धारा 307 (हत्या का प्रयास) और POCSO (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) एक्ट के तहत FIR दर्ज की है।
पुलिस और स्थानीय लोगों के मुताबिक, महादलित परिवारों की दो लड़कियाँ सोमवार (8 जनवरी 2024) को जलावन के लिए लकड़ी इकट्ठा करने गई थीं, लेकिन देर रात तक घर वापस नहीं लौटीं। 9 जनवरी की सुबह फुलवारी शरीफ में हिंदुनी गांव के आधे बने मकान के बाउंड्री वॉल के पीछे खेत में 7 साल की बच्ची की लाश मिली। वहीं 12 साल की दूसरी बच्ची खून से लहूलुहान बेहोश थी।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस ने बच्चियों के लापता होने का केस दर्ज नहीं किया। आरोपितों की गिरफ्तारी की माँग को लेकर पीड़ित महादलित परिवार संग सैकड़ों लोगों ने फुलवारी शरीफ गोलंबर जाम कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। लाेगाें ने दुष्कर्मियों को गिरफ्तार कर फाँसी की सजा और पीड़ित परिवार काे 20 लाख का मुआवजा देने की माँग की है।