बिहार में आज (12 जनवरी) को राज्य पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा थी। बड़ी संख्या में अभ्यार्थी परीक्षा देने के लिए अपने परीक्षा केंद्र पहुँचे। लेकिन, हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर इन अभ्यर्थियों ने अच्छा-खासा हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामा इसलिए हुआ क्योंकि ट्रेन में बड़ी संख्या में आम-यात्री और अभ्यर्थी शामिल थे।
दुखद है कि प्रशासन और रेलवे की तरफ से इस स्थिति से निपटने के लिए कोई पुख़्ता इंतज़ाम नहीं किया गया और ना ही कोई विशेष ट्रेन चलाई। ऐसा न होने से यात्रियों और अभ्यर्थियों को आवाजाही में काफ़ी दिक्कतें हुईं।
इसके अलावा, हाजीपुर स्टेशन से गुजर रही राजधानी एक्सप्रेस पर भी अभ्यर्थियों का ग़ुस्सा फूटा। इस दौरान उन्होंने ट्रेन पर जमकर पत्थरबाज़ी की। इससे ट्रेन के शीशे टूट गए और उसमें सवार यात्रियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
ट्रेन में ज़बरदस्ती घुसने की ज़िद करते हुए अभ्यर्थियों ने बाघ एक्सप्रेस को हाज़ीपुर के प्लेटफॉर्म नंबर चार पर रोक दिया और ट्रेन में घुसकर तोड़फोड़ की।
उत्तर बिहार के विभिन्न ज़िलों में सिपाही भर्ती परीक्षा में भाग लेने जा रहे अभ्यर्थियों ने शनिवार की देर शाम स्थानीय रामाशीष चौक पर जमकर उत्पात मचाया। चौक पर लगे पुलिस के बैरिकेडिंग को तोड़ दिया तथा उसे चौक पर रख कर एनएच को जाम कर दिया। अभ्यर्थियों के उत्पात की सूचना मिलते ही सदर थाना की पुलिस मौके पर पहुँच गई तथा सभी को समझा कर शांत कराया।
परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों में काफ़ी तनाव था और अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिए वो ट्रेन में कहीं भी बैठने को तैयार थे, फिर चाहे अंजाम कितना ही बुरा क्यों न हो। बिहार के बेगुसराय की यह तस्वीर नीतीश सरकार से कई सवाल पूछती है।
दरअसल, कई जगहों से पहुँचे अभ्यर्थियों का कहना था कि सभी अभ्यर्थी परीक्षा देने के लिए अपने-अपने गंतव्य की ओर जा रहे थे, लेकिन भारी भीड़ को देखकर न तो बस वाला बस रोक रहा था और न ही कोई अन्य वाहन। इस वजह से सभी अभ्यर्थियों को अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिए भारी परेशानी उठानी पड़ रही थी।
बिहार पुलिस की लिखित परीक्षा को लेकर जहानाबाद के साथ ही पटना-गया रेलखंड के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ रही।
बिक्रमगंज स्टेशन पर शनिवार (11 जनवरी) को ट्रेन में बिहार पुलिस की परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थियों की हालत देख स्थानीय रेलवे स्टेशन पर लोग दाँतों तले ऊँगली दबा ली। बिक्रमगंज को पटना राजधानी से जोड़ने वाली भभुआ-पटना इंटरसिटी ट्रेन शनिवार को जैसे ही स्टेशन पर पहुँची, पहले से ही यात्रियों से खचाखच भरी आ रही इस गाड़ी में चढ़ने के लिए आपाधापी मच गई।
अपने गंतव्य तक समय पर न पहुँच पाने के डर से सभी अभ्यर्थियों को ग़ुस्सा आ गया और उन्होंने आने-जाने वाले वाहनों को ज़बरदस्ती रोककर उसमें बैठना शुरू कर दिया। बिहार के अभ्यर्थियों को देखकर ऐसा लगता है जैसे प्रशासन को इन अभ्यर्थियों की कोई चिंता-फ़िकर ही नहीं है। उनके आने-जाने की न तो कोई व्यवस्था की गई और न ही उन्हें शांत करने का कोई उपाय ही किया गया।