7 अक्टूबर 2023 को बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा होनी थी। लेकिन 2 अक्टूबर को नीतीश सरकार ने परीक्षा ही रद्द कर दी। इसी दिन बिहार ने जाति जनगणना के नंबर्स जारी किए थे। परीक्षा रद्द करने के फैसले से आहत पूर्णिया के एक अभ्यर्थी ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की।
इस अभ्यर्थी का नाम सूरज कुमार है। यह तो अच्छा हुआ कि समय रहते परिजनों ने सूरज को जहर खाते देख लिया और उसे अस्पताल ले गए। आज वह जिंदा है पर उसकी पीड़ा ‘सुशासन’ पर सवाल उठाते हैं। उसका कहना है कि बार-बार पेपर लीक हो रहा है। सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जहर खाकर जान देने की कोशिश करने वाले युवक सूरज कुमार, पूर्णिया जिले के बलुआ गाँव का रहने वाला है। परीक्षा रद्द के चलते परेशान होकर 4 अक्टूबर को उसने आत्महत्या की कोशिश की थी। परिजनों ने इलाज के लिए उसे पूर्णिया के जीएमसीएच हॉस्पिटल में भर्ती कराया है।
मीडिया से बात करते हुए सूरज ने कहा कि वह 3 साल से परीक्षा की तैयारी कर रहा था। बीते 2 साल से खान सर की कोचिंग में जा रहा था। बार-बार पेपर लीक हो रहा है। इस बार भी परीक्षा रद्द हो गई। इसलिए उसने आत्महत्या की कोशिश की। सूरज कुमार ने सरकार से बिहार के स्टूडेंट्स के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करने की अपील की है।
उसने यह भी कहा कि सिपाही भर्ती की उसकी परीक्षा 7 अक्टूबर को होनी थी। इसके लिए उसने तैयारी भी की थी। परीक्षा देने के लिए वह पूर्णिया में रहने वाले दोस्त के घर भी गया था। लेकिन पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द ही गई। इससे वह डिप्रेशन में चला गया था। इसके चलते ही उसने यह कदम उठाया।
सूरज ने पेपर लीक के आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी माँग की है। परिजनों का भी कहना है कि सूरज लंबे समय से तैयारी कर रहा था। पेपर लीक होने के कारण वह डिप्रेशन में था। दोस्त रवि ने कहा कि सूरज 2 साल से पटना में रहकर खान सर की कोचिंग में जाता था। परीक्षा के चलते ही करीब 3 महीने पहले कोचिंग छोड़ घर आकर तैयारी कर रहा था। वह बचपन से ही पुलिस में जाना चाहता था। इसके लिए उसने NCC भी ज्वाइन की थी।