बिहार के जिला बेगूसराय में बीजेपी नेता धीरज भारद्वाज की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना में उनके अन्य दो साथी गंभीर रुप से घायल हो गए। घटना को घात लगाए बदमाशों ने उस वक्त अंजाम दिया कि जब धीरज भारद्वाज अपने घर लौटते समय कुछ परिचितों से बातचीत कर रहे थे। इस घटना ने बिहार की कानून व्यवस्था पर सैकड़ों सवाल खड़े कर दिए हैं।
बेगूसराय भाजपा युवामोर्चा के जिलामहामंत्री धीरज भारद्वाज की हत्या अपराधियों ने गोलीमार कर दी
— Gunjan Mishra (@GunjanKumarPage) May 17, 2020
माननीय @NitishKumar जी क्या यही आपकी सुशासन की सरकार है बेगूसराय में ये कोई पहली हत्या नही हर रोज हत्याएं होती है आप और आपका प्रशासन दोनों विफल है
हत्यारों को फाँसी दो#BankNirbharBharat pic.twitter.com/YGaXLoMIwH
जानकारी के मुताबिक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कैथमा गाँव निवासी भाजयुमो के जिला महामंत्री धीरज भारद्वाज रविवार (17 मई, 2020) की सुबह अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान गाँव से पहले ही उनकी मुलाकात परिचित अनिल यादव से हो गई। इस दौरान धीरज भारद्वाज अनिल से बात कर ही रहे थे कि पहले से घात लगाए बदमाशों ने धीरज कुमार पर ताबड़तोड़ गोलियाँ बरसानी शुरू कर दीं।
हमलावरों ने बीजेपी नेता धीरज के शरीर में एक के बाद एक 6 गोलियाँ दागीं, जिसमें धीरज भारद्वाज की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं घटना में धीरज के परिचित अनिल यादव भी गंभीर रूप से घायल हो गए। गोलियों की आवाज सुन ग्रामीण घटना स्थल की ओर दौड़े और बदमाशों का पीछा किया।
हमलावर ग्रामीणों पर गोलियाँ चलाते हुए मौके से फरार हो गए। इसमें कैथमा गाँव के बिट्टू कुमार भी घायल हो गए। चश्मदीदों के मुताबिक दो बाइकों पर सवार होकर आए चार हमलावरों ने घटना को अंजाम दिया।
सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया, लेकिन पॉस्टमोर्टम के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने शव को एसपी ऑफिस के सामने रखकर प्रदर्शन किया और प्रशासन से लोगों ने धीरज के घरवालों को सुरक्षा मुहैया कराए जाने की माँग की है।
बीजेपी नेता धीरज की हत्या की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया और सैकड़ों की संख्या में मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। इसी बीच बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच आक्रोश फैल गया। वहीं दिनदहाड़े धीरज की हत्या ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस मामले में सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर ने जिला प्रशासन से कार्रवाई कर अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की माँग की है।
एनबीटी की खबर के मुताबिक बीजेपी नेता धीरज पर पाँच साल पहले भी जानलेवा हमला किया गया था, जिसमें धीरज बाल-बाल बच गए थे। हालाँकि, धीरज के छोटे भाई को गोली लगी थी। सदर डीएसपी राजन सिन्हा ने बताया कि इस मामले में कुछ अपराधियों का नाम सामने आया है।
पहले चुनाव को लेकर कुछ विवाद था लेकिन अभी हत्या की वजह क्या बनी,ये साफ नहीं हो सकी है।