राजस्थान के जोधपुर में काले हिरण (चिंकारा) का स्मारक बनाया जा रहा है। यह स्मारक उस चिंकारे की याद में है जो बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान का शिकार बना था। चिंकारा का स्टैच्यू तैयार हो चुका है। जल्दी ही इसे स्मारक वाली जगह स्थापित किया जाएगा। स्मारक उस जगह पर बन रहा जहाँ अक्टूबर 1998 में सलमान खान का शिकार बने चिंकारे को दफनाया गया था। इस मंदिरनुमा स्मारक का निर्माण तेजी से चल रहा है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक स्टैच्यू का वजन 800 किलो है। इसे लोहे और सीमेंट से बनाया गया है। लेकिन इसके सींग असली हैं। स्टैच्यू जोधपुर के ही कारीगर शंकर ने तैयार किया है। उन्होंने इसे महज 15 दिन में बनाकर तैयार कर दिया। शंकर ने बताया कि मूर्ति बनाने के पहले उन्होंने चिंकारा की हर एंगल से फोटो एकत्र की और फिर चॉक से स्केच बनाया। इसके बाद उन्होंने लोहे के सरियों को जोड़कर पिंजर तैयार किया। पिंजर को प्लास्टिक कट्टे से बाँधा। इसके बाद उसके चारो तरफ ढाँचे में सीमेंट भर दी। जब सीमेंट सूख गया तब उस पर पानी की तराई की। फिर सीमेंट पकाकर उस पर पेंट किया।
यहाँ मूर्ति लगाने का उद्देश्य काले हिरणों को सरंक्षण (Protection of Black Bucks) प्रदान करना है, ताकि लोग शिकार नहीं करें। क्योंकि किसी समय में पूरे इलाके में काले हिरण के झुंड नजर आते थे, लेकिन कड़ी कार्रवाई नहीं होने और शिकार की घटनाएँ बढ़ने से इनकी संख्या कम हो रही है। काले हिरण का स्मारक करीब 7 बीघा जमीन पर फैला होगा।
बता दें कि 1998 सितंबर में सलमान खान फिल्म ‘हम साथ साथ हैं’ की शूटिंग के लिए जोधपुर आए थे। उस दौरान उन पर शिकार का आरोप (Salman Khan Black Buck Poaching Case) लगा था। अभिनेता सैफ अली खान, तब्बू और नीलम भी आरोपित थे। सलमान पर आरोप था कि उन्होंने जोधपुर के घोड़ा फार्म हाउस और भवाद गाँव में 27-28 सितंबर व 1 अक्टूबर 1998 की रात को कांकाणी में दो काले हिरण का शिकार किया था।
इसके बाद सलमान खान की गिरफ्तार भी हुई थी। 20 साल की सुनवाई के बाद जोधपुर कोर्ट ने उन्हें 5 साल की सजा सुनाई थी। अन्य अभिनेता-अभिनेत्री बरी कर दिए गए थे। फिलहाल सलमान खान जमानत पर हैं।