कर्नाटक कॉन्ग्रेस विधायक के भतीजे नवीन के सर कलम करनें पर 51 लाख रूपए का ईनाम देनें का ऐलान करनें वाले पूर्व सपा नेता शाहजेब रिजवी (Shahzeb Rizvi) पर यूपी के मेरठ में एफआईआर दर्ज हो गई है। रिजवी ने संप्रदाय विशेष के लोगों को इनाम के लिए पैसे इक्कठा करने के लिए भी कहा था।
खबरों के मुताबिक, सपा नेता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने की के बाद, मेरठ एसएसपी अजय साहनी ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए मामले की जाँच के आदेश दिए थे।
जिला पंचायत चुनाव लड़ चुके पूर्व सपा नेता शाहजेब रिजवी के खिलाफ 13 अगस्त की देर रात को मेरठ पुलिस द्वारा फलावदा पुलिस स्टेशन में IPC की धारा 153A, 505(2) के तहत केस दर्ज हुआ है, आरोपी रिजवी के घर पर पुलिस ने दबिश दी, लेकिन वो फरार मिला।
मेरठ (ग्रामीण) के एसपी अविनाश पांडे ने कहा, “यहाँ के एक शख्स ने बेंगलुरु हिंसा के सिलसिले में 51 लाख रुपए का ईनाम घोषित किया है। उनके खिलाफ सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश के तहत मामला दर्ज किया गया है और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
A man here has announced a prize of Rs 51 lakhs in connection with the Bengaluru violence. A case has been registered against him for allegedly trying to disturb communal harmony and a stern action will be taken: Avinash Pandey, Superintendent of Police (Rural), Meerut pic.twitter.com/wJykcERv2b
— ANI UP (@ANINewsUP) August 14, 2020
शाहजेब रिजवी का विवादित बयान
गौरतलब है कि संप्रदाय विशेष के नेता शाहजेब रिजवी ने गुरुवार को एक विवादित वीडियो पोस्ट करते हुए कहा था कि, “फेसबुक पोस्ट के माध्यम से उसनें हुजूर के शान में जो गुस्ताखी की है, मैं उसकी कड़ी शब्दों में निंदा करता हूँ, रिजवी ने ऐलान किया की इस युवक जो सर कलम करके लाएगा उसे मैं 51 लाख का नगद ईनाम दूँगा। रिजवी ने संप्रदाय विशेष के लोगों से अपील की है कि सब मिलकर 51 लाख रुपए जमा करो।”
शाहजेब रिजवी उत्तरप्रदेश के मेरठ में फलावदा थाना क्षेत्र के रसूलपुर गाँव के रहने वाला हैं। वह पहले समाजवादी पार्टी का अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव रह चुका है। लेकिन इस वक्त वह सपा में सक्रिय नहीं हैं। पिछली बार जिला पंचायत के चुनाव में वह हार गया था। वर्तमान में वह अपने आप को सामाजिक कार्यकर्ता बताता है।
बेंगलुरु दंगा
कॉन्ग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति के भतीजे नवीन के फेसबुक पोस्ट को लेकर सारा विवाद शुरू हुआ था। उस पर पैगम्बर मुहम्मद को लेकर विवादित पोस्ट डालने का आरोप है। जिसकी वजह से मंगलवार शाम को संप्रदाय विशेष के लोग हिंसा पर उतर आए।
बेंगलुरु दंगों में शामिल अब तक हिंसा करने वालों में से 150 को गिरफ्तार किया गया है। बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर कमल पंत ने लोगों को शांति बनाए रखने की अपील की है। इस घटना में 3 लोग मारे गए और 60 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इसके साथ ही दंगाइयों ने 250 के करीब गाड़ियों को आग लगा दी और करोड़ों की संपत्ति को नुकसान पहुँचाया है।