दिल्ली पुलिस (Delhi Police) द्वारा यौन शोषण के दो मुकदमे दर्ज करने के बाद भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने अपने पद से इस्तीफा देने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि वे अब एक अपराधी के रूप में इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि सांसदी विनेश फोगाट या उनके परिवार की दी हुई नहीं है।
WFI के अध्यक्ष और गोंडा से भाजपा से सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने महिला पहलवानों के आरोपों को लेकर शनिवार (29 अप्रैल 2023) को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि पहलवानों के पीछे एक उद्योगपति है। ये पहलवान बार-बार अपना बयान बदल रहे हैं।
पहलवानों पर आरोप लगाते हुए बृजभूषण सिंह ने कहा, “पहले इनकी माँग थी कि FIR की जाए। FIR हो गई। अब ये कहते हैं कि जेल के अंदर होना चाहिए। सारे पदों से इस्तीफा देना चाहिए। मुझे जो लोकसभा का पद मुझे मिला है, वो विनेश फोगाट ने नहीं जनता ने दिया है। एक बार नहीं, बल्कि 6-6 बार दिया है। मुझे ही नहीं, मेरी पत्नी को भी दिया है। कुश्ती संघ का अध्यक्ष पद भी उन्होंने नहीं दिया है, चुनाव लड़कर जीता हूँ।”
भाजपा सांसद ने कहा कि इन आरोपों के पीछे देश के कुछ उद्योगपति और कॉन्ग्रेस का हाथ है। उन्होंने आगे कहा, “मैं पूछता हूँ कि आरोपों के पीछे एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा क्यों है? हरियाणा के अन्य खिलाड़ी क्यों नहीं हैं। हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक आदि के खिलाड़ी क्यों नहीं हैं?”
सांसद ने आगे कहा, “12 साल से इनका यौन शोषण हो रहा है और वो यौन शोषण देश के अन्य खिलाड़ियों के साथ क्यों नहीं होता है? हरियाणा के बाकी 90 प्रतिशत खिलाड़ी मेरे साथ हैं, क्योंकि मैंने काम किया है।” बताते चलें कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद उन्होंने कहा था कि अब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
उन्होंने कहा, “इस्तीफा देना कोई बड़ी बात नहीं है। मैं अपराधी नहीं हूँ। इसलिए अगर मैं इस्तीफा देता हूँ तो इसका मतलब होगा कि मैंने आरोपों को स्वीकार कर लिया। मेरा कार्यकाल लगभग समाप्त हो गया है। सरकार ने 3 सदस्यीय समिति बनाई है और चुनाव 45 दिनों में होंगे। चुनाव के बाद मेरा कार्यकाल समाप्त हो जाएगा।”
उन्होंने कहा कि वे अब अपराधी बनकर इस्तीफा नहीं देंगे। भाजपा सांसद ने कहा, “उत्तर प्रदेश की सभी राजनीतिक दल मेरे साथ खड़े हैं। यहाँ तक कि कॉन्ग्रेस भी मेरे साथ खड़ी है। प्रियंका गाँधी को गलत बताया जा रहा है। अगर उन्हें सच्चाई का पता चलेगा तो वे वहाँ (धरना स्थल) से हट जाएँगी।”
बताते चलें कि शनिवार की सुबह कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी भी पहलवानों के समर्थन में दिल्ली के जंतर मंतर पहुँची थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह पर की गई एफआईआर में क्या कहा गया है, इसे सार्वजनिक क्यों नहीं किया जा रहा है।
बृजभूषण सिंह ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख को लेकर कहा, “अखिलेश यादव मुझे बचपन से जानते हैं। वह जानते हैं कि मैं किस तरह का इंसान हूँ। इसलिए वे मेरे साथ खड़े हैं। मेरे ऊपर जो आरोप लगे हैं, जो दाग लगे हैं वह साफ करना मेरा काम है। मुझे इस आरोप से बेदाग निकलना है और मैं निकलूँगा। इसमें पार्टी (भाजपा) मेरी कोई मदद नहीं कर सकती।”
बताते चलें कि इसके पहले शुक्रवार (28 अप्रैल 2023) को भाजपा सांसद ने कहा था कि इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा था, “अगर पहलवान चाहते हैं कि वे अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दें तो वह इसके लिए भी तैयार हैं। उन्होंने कहा, “पहलवानों को चाहिए कि धरना खत्म करें और प्रैक्टिस में जुट जाएँ।” हालाँकि, FIR दर्ज होने के बाद उन्होंने इससे मना कर दिया।
पहलवानों की माँग- सांसदी भी छोड़ें WFI चीफ
अब जबकि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों द्वारा FIR दर्ज करने की माँग को दिल्ली पुलिस ने माँग ली तो पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि उन लोगों को दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं है। फोगाट ने कहा, “हमारी माँग है कि उन्हें (WFI अध्यक्ष) जेल में डाला जाए। उन्हें हर एक पद से हटाया जाए। सांसद पद से भी इस्तीफा दें।”
वहीं, प्रदर्शन कर रहे बजरंग पूनिया ने कहा, “उनको (बृजभूषण सिंह को) तुरंत जेल मे डाला जाना चाहिए। हम पुलिस की FIR का इंतजार कर रहे हैं कि किन धाराओं में केस दर्ज होता है। हमारा फोन केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने नहीं उठाया।”
पहलवान साक्षी मलिक के साफ लग रहा है कि पहलवान दिल्ली पुलिस को सहयोग नहीं करेंगे और ना ही इस मामले में अपना बयान दर्ज कराएँगे। साक्षी ने कहा, “हम अपना बयान सुप्रीम कोर्ट में दर्ज कराएँगे। उनको (बृजभूषण शरण सिंह) को जेल में डालने और सभी पदों से हटाने के बाद ही हमारा प्रदर्शन खत्म होगा।”
हरियाणा कुश्ती संघ के महासचिव ने पहलवानों पर आरोप लगाया
वहीं, हरियाणा कुश्ती संघ के महासचिव राकेश कोच ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का समर्थन किया है। उन्होंने महावीर फोगाट परिवार पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। राकेश कोच ने कहा कि उनका परिवार कुश्ती संघ पर कब्जा करना चाहता है। राकेश कोच ने कहा कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा अपने बेटे दीपेंद्र हुड्डा को WFI का अध्यक्ष बनवाना चाह रहे हैं। इसलिए वे खिलाड़ियों को भड़का रहे हैं।
जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों पर निशाना साधते हुए राकेश कोच ने कहा कि ये खिलाड़ी किसी कार्यक्रम में आने के लिए पैसे लेते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बजरंग पुनिया सरकारी अधिकारी हैं और रेलवे की अनुमति के बिना वे धरने पर बैठे हैं। राकेश ने कहा कि विनेश फोगाट और साक्षी के साथ कुछ गलत नहीं हुआ।
पीटी उषा ने पहलवानों पर उठाया सवाल
पहलवानों के धरने को लेकर भारतीय ओलंपिक संघ (IOC) ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। ओलंपिक संघ ने कहा कि पहलवान धरना देकर भारत की छवि को धूमिल कर रहे हैं। IOC ने पहलवानों को एथलीट कमीशन में आने के लिए कहा। IOC की अध्यक्ष पीटी उषा ने तो इसे अनुशासनहीनता बताया था।
इस पर पहलवान साक्षी मलिक ने पीटी उषा पर ही सवाल दाग दिया। साक्षी मलिक ने गुरुवार (27 अप्रैल 2023) को कहा, “मैं पीटी उषा का सम्मान करती हूँ। उन्होंने हमें प्रेरित किया है, लेकिन मैं मैम से पूछना चाहती हूँ कि महिला पहलवानों ने आगे आकर उत्पीड़न का मुद्दा उठाया है। क्या अब हम विरोध भी नहीं कर सकते?