मध्य प्रदेश और राजस्थान के 2 अलग-अलग मदरसों में गैर-कानूनी कृत्यों का मामला सामने आया है। मध्य प्रदेश के रतलाम में एक मदरसा अवैध तौर पर बिना मान्यता के चलता पाया गया। इस मदरसे में बच्चियाँ फर्श पर सोती मिलीं। बच्चियों की देखरेख के लिए कोई महिला कर्मचारी भी नहीं थी। वहीं राजस्थान के कोटा में एक नाबालिग दलित बच्ची को इस्लाम कबूल करवाने का आरोप लगा है। हिन्दू संगठनों ने आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग को ले कर आंदोलन का एलान किया है।
अवैध मदरसा, जमीन पर सोती बच्चियाँ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहला मामला मध्य प्रदेश के रतलाम जिले का है। यहाँ के खरचौंद रोड पर दारुल उलूम आयशा सिद्धीका लिलबिनात नाम का एक मदरसा है। शनिवार (3 अगस्त, 2024) को यहाँ राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम पहुँची। टीम का नेतृत्व आयोग की सदस्य निवेदिता शर्मा कर रहीं थीं। टीम को यहाँ 30 से 35 नाबालिग बच्चियाँ फर्श पर सोती मिलीं। इनमें से 5 साल की एक बच्ची तेज बुखार से पीड़ित थी। बच्चियों की देखरेख के लिए कोई कोई महिला स्टाफ भी मदरसे में मौजूद नहीं थी।
राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम ने पाया कि मदरसे में मौजूद बच्चियाँ मध्य प्रदेश के कई जिलों से मज़हबी शिक्षा देने के नाम पर लाई गईं थीं। मदरसे के कागजात भी सरकारी तौर पर पूरे नहीं थे। साफ़-सफाई भी ठीक से नहीं थी और बच्चियों के कमरे में CCTV कैमरे लगाए गए थे। यह हरकत बाल संरक्षण आयोग ने निजता का हनन बताया। यह मदरसा मदरसा महाराष्ट्र के ‘जामिया इस्लामिया इशाअतुल उलूम अक्कलकुआ’ से अटैच पाया गया। कुल छात्राओं की संख्या लगभग 100 बताई गई।
मदरसे में पढ़ने वाली कई छात्राओं के नाम किसी अन्य स्कूल में दर्ज थे। कई कमरों में अन्धेरा था। कुछ बच्चियाँ राजस्थान से भी पाई गईं। मदरसा संचालक अपनी आय और व्यय का भी लेखा-जोखा नहीं दे पाया। कई बच्चियाँ डरी-सहमी भी पाई गईं। निवेदिता शर्मा ने मदरसे के संचालकों को इन मुद्दों को लेकर फटकार लगाई। साथ ही उन्होंने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया कि वो अवैध मदरसे व उसके संचालकों पर कार्रवाई करें। फिलहाल स्थानीय प्रशासन आगे की कार्रवाई में जुट गया है।
दलित बच्ची को कबूल करवाया इस्लाम
मदरसे से जुड़ा दूसरा मामला राजस्थान के कोटा जिले का है। रिपोर्ट्स के अनुसार यहाँ अनंतपुरा क्षेत्र में एक मदरसा संचालित है। हिन्दू संगठनों के मुताबिक इस मदरसे का संचालित मूल रूप से दारुल उलूम करता है। आरोप है कि इस मदरसे के अंदर पढ़ने वाली एक नाबालिग दलित लड़की को इस्लाम कबूल करवा दिया गया है। मुस्लिम बनाने के बाद पीड़िता का नया नाम शकीना रख दिया गया है। विश्व हिन्दू परिषद ने राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को ज्ञापन दे कर इस मामले की जाँच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग उठाई है।