बिहार की राजधानी पटना में लॉ कॉलेज के सामने हर्ष राज नामक छात्र की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले के मुख्य साजिशकर्ता चंदन यादव को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है। पुलिस ने गिरफ्तार चंदन यादव के लिए ‘कुख्यात’ और ‘लाइनर’ बताया है। हालाँकि, पुलिस ने उसके चेहरे को नकाब से ढँक दिया। बिहटा के अम्हारा गाँव के रहने वाले चंदन के पिता का नाम जितेंद्र यादव है। हर्ष राज की हत्या में एक दर्जन के करीब बदमाश शामिल थे।
चंदन यादव वामपंथी छात्र संगठन AISA (ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन) से जुड़ा हुआ है। अब जो खुलासे सामने आए हैं, उसके बाद लगता है कि बिहार का जो महागठबंधन इस हत्याकांड को लेकर NDA सरकार को कोस रहा था और आरोपितों की गिरफ़्तारी की माँग कर रहा था, अब उसे ही कटघरे में खड़ा होना पड़ सकता है। सोशल मीडिया पर वो नालंदा से महागठबंधन के उम्मीदवार CPI(ML)L के संदीप सौरव के लिए वोट माँगता हुआ नज़र आ रहा है।
संदीप सौरव पटना के पालीगंज से 2020 में विधायक बने। वो एसिस्टेंट प्रोफेसर का पद छोड़ कर राजनीति में आए हैं। चंदन यादव पटना यूनिवर्सिटी में पत्रकारिता का छात्र है। वो फाइनल ईयर में है। साथ ही वो पटना विश्वविद्यालय में AISA का उपाध्यक्ष भी है। 2 वर्षों से वो जैक्शन हॉस्टल में रह रहा था। नालंदा से महागठबंधन उम्मीदवार के लिए उसने घूम-घूम कर वोट भी माँगे हैं। 3 मार्च को पटना के गाँधी मैदान में महागठबंधन की जो संयुक्त रैली हुई थी, उसमें भी वो खासा सक्रिय था।
यही है MC हिसाब होगा 💯
— Chanchal Thakur (@Thakur93044) May 28, 2024
मुख्य आरोपियों को बचाया जा रहा हैं
एक चंदन के पकड़ने से काम नहीं चलेगा मारने वाले 10-15 लोग थे ।
सारे हत्यारों को पकड़ के उनका एनकाउंटर करे#चंदन_यादव_को_फांसी_दो#justice4हर्षराज pic.twitter.com/5v6WI3s6T8
उस रैली को राहुल गाँधी ने भी संबोधित किया था, वहीं मंच पर लालू यादव और सीताराम येचुरी भी मौजूद थे। इस रैली में चंदन यादव की सक्रियता के वीडियो भी उसके सोशल मीडिया हैंडल पर मौजूद हैं। ऐसे में अपने नेताओं की गुंडागर्दी के लिए जानी जाने वाली राजद एक बार फिर फजीहत का शिकार हो सकती है। बता दें कि हर्ष राज ने दहशरा 2023 के मौके पर डांडिया नाइट का आयोजन किया था। उस दौरान एक विवाद हुआ था, जिस रंजिश में उसकी हत्या कर दी गई।