Monday, December 23, 2024
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‘जमानत के लिए आवेदन नहीं करूँगा, सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे’ कहने वाले कॉन्ग्रेसी CM के पिता को 3 दिन में बेल

छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल ने कहा था कि वह जमानत याचिका प्रस्तुत नहीं करेंगे, सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे। बाद में, उनके वकील ने जमानत याचिका दायर की और तत्काल सुनवाई की माँग की।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल को गिरफ्तारी के तीन दिन बाद जमानत मिल गई। शुक्रवार (सितंबर 10, 2021) को सिविल जज जनक कुमार हिड़को की कोर्ट में उनके वकील गजेंद्र सोनकर ने जमानत याचिका लगाई थी। दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। वे अब 21 सितंबर को कोर्ट में पेश होंगे।

बता दें कि नंदकुमार बघेल ने 30 अगस्त को लखनऊ में ब्राह्मण समाज को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। इसके बाद रायपुर सर्व ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने चार सितंबर को डीडीनगर थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। 7 सिंतबर को रायपुर पुलिस (Police) ने उन्हें गिरफ्तार कर नीचली अदालत में पेश किया था, जहाँ उन्होंने जमानत के लिए आवेदन करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उन्हें 15 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल दिया गया था।

नंद कुमार बघेल ने कहा था कि वह जमानत याचिका प्रस्तुत नहीं करेंगे। वह इस मामले की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे। बाद में, उनके वकील सोनकर ने जमानत याचिका दायर की और तत्काल सुनवाई की माँग की। अब उनको जमानत मिल गई है।

बता दें कि केस दर्ज होने व गिरफ्तारी से पहले राजधानी रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के अलग-अलग शहरों में नदंकुमार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था। इसके बाद रायपुर के डीडी नगर थाने में एक लिखित शिकायत के बाद नंद कुमार बघेल पर भारतीय दंड संहिता की धारा- 153ए और धारा-505(1)(बी) के तहत केस दर्ज किया गया।

रायपुर के एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि दी गई लिखित शिकायत में संगठन ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री के पिता ने ब्राह्मणों को विदेशी बताकर लोगों से उनका बहिष्कार करने की अपील की थी। उन्होंने कथित तौर पर लोगों से ब्राह्मणों को गाँव में घुसने नहीं देने का भी आह्वान किया था।

नंद कुमार बघेल पर भगवान राम के बारे में भी कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि संगठन ने अपनी शिकायत में कहा कि मुख्यमंत्री के पिता की कथित टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।

लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान नंद कुमार बघेल ने ब्राह्मण समाज पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा था, “वोट हमारा, राज तुम्हारा नहीं चलेगा। हम ब्राह्मणों को गंगा से वोल्गा (रूस की एक नदी) भेजेंगे, क्योंकि वे परदेशी हैं। जिस तरह से अंग्रेज लोग आए और चले गए। उसी तरह से ये ब्राह्मण लोग या तो सुधर जाएँ या गंगा से वोल्गा जाने के लिए तैयार हों।”

इस पर विवाद गहराने के बाद मुख्यमंत्री बघेल ने पल्ला झाड़ते हुए कहा था कि वे पिता के रूप में उनका पूरा सम्मान करते हैं, लेकिन माहौल बिगाड़ने वाले लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि नंद कुमार बघेल की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हुई थी, जिसमें वह पुलिस थाने में आराम से खाना खाते हुए दिखाई रहे थे। तस्वीर में देखा जा सकता था कि उनकी थाली इंस्पेक्टर की टेबल पर लगाई गई थी।

नेटिजन्स ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले के साथ पुलिस थाने में ऐसा व्यवहार करने से बेहद आक्रोशित नजर आए। वायरल तस्वीर पर सोशल मीडिया यूजर्स ने तरह-तरह का कमेंट्स किया था।

कंचन श्रीवास्तव नाम की यूजर ने इस फोटो को शेयर करते हुए लिखा था, ”भूपेश बघेल के पिता ने कथित तौर पर ब्राह्मणों के बारे में अनाप-शनाप बयान दिया था। आज उनके पिता को गिरफ्तार कर लिया गया। थाने में अभूतपूर्व स्वागत।”

एक यूजर ने वायरल फोटो पर कमेंट किया, “इस तरह गिरफ़्तार मुझे भी करवा दो, आलीशान महल में 15 साल के लिए बंद कर दो, मैं मना नहीं करूँगी।”

दिलीप निराला नाम के यूजर ने लिखा, ”ब्राह्मणों को गाली देने के आरोप में छत्तीसगढ़ के कॉन्ग्रेसी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नन्द कुमार बघेल पुलिस की गिरफ्त में। अंग्रेजों ने भी लेहरू जी को ऐसी ही जेल में डाला था।”

एक अन्य यूजर ने लिखा,” अगर ऐसे अरेस्ट होते हैं, तो इससे ना होना ज्यादा बेहतर है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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