Monday, December 23, 2024
Homeदेश-समाजबिहार ही नहीं, छत्तीसगढ़ में भी भरभरा कर गिरता है 'भ्रष्टाचार का पुल': पहली...

बिहार ही नहीं, छत्तीसगढ़ में भी भरभरा कर गिरता है ‘भ्रष्टाचार का पुल’: पहली बारिश में ही बहा, आपने Video देखा क्या

16.40 करोड़ रुपए की लागत से 400 मीटर लंबा पुल दुर्ग जिले के धमधा ब्लाॅक में शिवनाथ नदी के सगनी घाट पर बनाया जा रहा है। बुधवार की सुबह जब लोग नदी का जलस्तर देखने गए थे तभी अचानक पुल का स्ट्रक्चर गिर गया।

बिहार के पुल भरभरा कर गिरने को लेकर पिछले कुछ समय से चर्चा में हैं। अब छत्तीसगढ़ से भी ऐसा ही मामला सामने आया है। यहाँ दुर्ग जिले में शिवनाथ नदी पर बन रहा पुल पहली बारिश में ही ढह गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है।

16.40 करोड़ रुपए की लागत से 400 मीटर लंबा पुल दुर्ग जिले के धमधा ब्लाॅक में शिवनाथ नदी के सगनी घाट पर बनाया जा रहा है। बुधवार (28 जून 2023) की सुबह जब लोग नदी का जलस्तर देखने गए थे तभी अचानक पुल का स्ट्रक्चर गिर गया। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार पुल के बहने के बाद भी मौके पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। इंजीनियर, सुपरवाइजर, ठेकेदार कोई भी मौके पर नहीं था।

माॅनसून की शुरुआत होते ही पुल के बहने के बाद काम की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठ रहे हैं। सगनी गाँव के इतवारी राम साहू के हवाले से बताया गया है कि पुल गिरने के बाद से ग्रामीण डरे हुए हैं। पीडब्ल्यूडी के सेतू निर्माण विभाग का कहना है कि ब्रिज के 15 वें स्पॉन के स्टेजिंग और सेंट्रिंग का ढांचा बहा है। शेष ब्रिज को नुकसान नहीं हुआ है।

इसी तरह पिछले दिनों बिहार के किशनगंज जिले में मेची नदी पर बन रहा पुल धँस गया है। एक पाया धँसने के कारण छह पाये का यह पुल बीच से झुक गया। इसके अलावे भी बिहार में बीते एक साल में 8 पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुके हैं। इससे पहले 4 जून, 2023 को बिहार के भागलपुर जिले में गंगा नदी पर 1700 करोड़ रुपए की लागत से बना रहा पुल टूट कर नदी में गिर गया था। वहीं, बीते महीने 16 मई को बिहार के पूर्णिया जिले में एक निर्माणाधीन पुल कंक्रीट पड़ने के महज चार घंटे बाद ही ढह गया था।

इससे पहले 19 मार्च 2023 को राज्य के सारण जिले में अंग्रेजों के जमाने का एक सड़क पुल गिरने से दो लोग घायल हो गए थे। वहीं, 19 फरवरी 2023 को पटना जिले के बिहटा सरमेटा में एक निर्माणाधीन पुल गिर गया था। इस साल की शुरुआत यानी कि 16 जनवरी 2023 को दरभंगा जिले के कुशेश्वर में ओवरलोड ट्रक के कारण लोहे का पुल गिर गया था।

इससे पहले 18 नवंबर 2022 को बिहार के नालंदा जिले के वेना में एक निर्माणाधीन फोर लेन सड़क पुल गिरने से एक व्यक्ति की गौत हो गई थी। इसी प्रकार की घटना 9 जून 2022 को बिहार के सहरसा जिले के सिमटी बख्तियारपुर में हुई। यहाँ पुल का एक हिस्सा गिरने से तीन मजदूर घायल हो गए थे। वहीं, 20 मई 2022 को पटना में अत्यधिक बारिश के चलते 136 साल पुराना पुल ढह गया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -