छत्तीसगढ़ के राजनांदगाँव जिले में नक्सलियों और पुलिस के बीच घंटों चली मुठभेड़ में चार नक्सलियों को ढेर कर एक पुलिस जवान वीरगति को प्राप्त हो गया। पुलिस ने चारों नक्सलियों के शवों को बरामद कर उनके पास से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं। बरामद किए गए चार नक्सलियों के शवों में दो महिलाओं के शव शामिल हैं।
राजनांदगांव जिले के मदनवाड़ा में नक्सली मुठभेड़ में हमारे बहादुर जवानों ने चार इनामी नक्सलियों को मार गिराया जिनके पास से AK47,SLR,12 बोर बंदूक बरामद किया।मुठभेड़ में थाना प्रभारी श्याम किशोर शर्मा शहीद हो गए।उनकी वीरता को शत शत नमन।भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
— snehil sahu (@snehilsahu26) May 9, 2020
ॐ शांतिः। pic.twitter.com/0Z3Wfucffu
एसपी जितेंद्र शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार रात (8 मई, 2020) को पुलिस के जवान तलाशी अभियान के लिए निकले थे। इस बीच मदनवाड़ा क्षेत्र के परधौनी गाँव के जंगलों में घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी और इसी के साथ नक्सलियों के साथ पुलिस जवानों की मुठभेड़ शुरू हो गई। घंटों तक दोनों ओर से गोलीबारी होती रही।
घंटों चली मुठभेड़ में दो महिला सहित चार नक्सली मार गिराए गए, लेकिन इस बीच पुलिस मदनवाड़ा थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर श्यामकिशोर शर्मा वीरगति को प्राप्त हो गए। जानकारी के मुताबिक वीरगति को प्राप्त होने वाले पुलिसकर्मी मूल रूप से अंबिकापुर जिले के रहने वाले थे। अब उनके पार्थिव शरीर को राजनांदगाँव जिला मुख्यालय लाया जा रहा है, जहाँ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।
वहीं पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा के मुताबिक सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से दो महिला नक्सलियों समेत चार नक्सलियों के शव, एक एके 47, एक एसएलआर और दो अन्य हथियार बरामद किए हैं। बता दें कि 12 जुलाई 2009 को भी इसी क्षेत्र में सुरक्षाबल के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई थी। इसमें एसपी समेत 29 जवान शहीद हो गए थे।
गौरतलब है कि झारखंड में गुमला सहित कई जिलों में आतंक का पर्याय बन चुके उग्रवादी संगठन पीएलएफआई (PLFI) के कमांडर बसंत गोप को एक ग्रामीण निर्भीक आदिवासी महिला विनीता उरांव ने टांगी से काटकर मार डाला था। यह घटना वृंदा नायक टोली में मंगलवार (मई 05, 2020) की रात को हुई।
यह घटना तब हुई जब बसंत गोप ने मंगलवार रात करीब 8:30 बजे वृंदा नायकटोली में भीम उरांव के घर पर अपने 6-7 साथियों के साथ हमला किया था। मारे गए नक्सलियों के सबजोनल कमांडर बसंत गोप के खिलाफ गुमला सहित विभिन्न जिलों के थानों में हत्या, लूट, अपरहण सहित दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।