गुजरात के मोरबी में हुए केबल पुल हादसे में 130 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी । हादसे के बाद नगरपालिका और पुल को मरम्मत करने वाले ओरेवा ग्रुप के बीच तालमेल की साफ़ कमी देखी गई थी।
कंपनी की लापरवाही तो शुरुआत में ही सामने आ गई थी, और इस सिलसिले में 9 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। हालाँकि अब मोरबी नगरपालिका के मुख्य अधिकारी संदीप सिंह झाला पर गाज गिरी है। उन्हें निलंबित कर दिया गया है ।
मोरबी के जिला अधिकारी जी. टी. पंड्या ने कहा, ”राज्य शहरी विकास विभाग ने मोरबी नगर पालिका के मुख्य अधिकारी संदीप सिंह झाला को निलंबित कर दिया है।” उन्होंने बताया कि मोरबी के रेजिडेंट अपर कलेक्टर को अगले आदेश तक मुख्य अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
Gujarat | Chief officer of Morbi Nagar Palika Sandipsinh Zala suspended following #MorbiBridgeCollapse incident.
— ANI (@ANI) November 4, 2022
इस हादसे के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के सीएम भूपेंद्र सिंह पटेल समेत मोरबी के आला अधिकारियों के साथ एक हाई लेवल मीटिंग की थी। पीएम ने इस मीटिंग में हादसे में मारे गए लोगों के प्रति दुख जताते हुए अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने को कहा था।
वहीं खबर यह भी आ रही है कि गुजरात के मोरबी पुल हादसे में गिरफ्तार किए गए 9 लोगों का कोई भी स्थानीय वकील केस नहीं लड़ेगा। ‘मोरबी बार एसोसिएशन’ और ‘राजकोट बार एसोसिएशन’ ने इन लोगों का मामला हाथ में नहीं लेने और अदालत में उनका प्रतिनिधित्व नहीं करने का फैसला लिया है।
‘मोरबी बार एसोसिएशन’ के सीनियर एडवोकेट एसी प्रजापति ने बताया कि ओरेवा कंपनी के 9 आरोपित मोरबी ब्रिज हादसे में गिरफ्तार किए गए हैं। दोनों बार एसोसिएशनों ने यह प्रस्ताव पारित किया है कि कोई भी वकील इनका मामला हाथ में नहीं लेगा।
उल्लेखनीय है कि ब्रिज पिछले कई महीनों से बंद चल रहा था, जिसे रेनोवेशन कर 26 अक्टूबर 2022 को खोला गया था। छह महीने तक चले रेनोवेशन कार्य पर करीब 2 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। बताया जा रहा है कि ब्रिज पर क्षमता से अधिक लोगों के जुटने के कारण यह हादसा हुआ। मोरबी नगरपालिका के मुख्य अधिकारी(अब निलंबित) संदीप सिंह झाला ने पुल के रखरखाव और संचालन के लिए जिम्मेदार ओरेवा कंपनी (अजंता मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड) पर बिना सूचित किए पुल को लोगों के लिए खोलने का आरोप लगाया था ।