उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ स्थित AMU (अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) में फिर से विवाद की खबर है। विवाद पूर्वी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले और कश्मीर के छात्रों के बीच हुआ है। इस दौरान मारपीट की भी सूचना आ रही है। विवाद की वजह बैडमिंटन का खेल बताया जा रहा। पुलिस के मुताबिक यूनिवर्सिटी प्रशासन मामले को संज्ञान में ले कर जरूरी कार्रवाई कर रहा है। घटना रविवार (25 दिसंबर 2022) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कश्मीर छात्रों ने खुद को पीड़ित बताते हुए प्रदर्शन भी किया है। एक कश्मीरी छात्र का आरोप है कि एक दिन पहले उनकी पिटाई हुई थी। आरोप है कि इस मारपीट का विरोध करने के लिए जुटे कश्मीरियों को फिर से गाजीपुर गुट के छात्रों ने पीटा। कश्मीर छात्र का कहना है कि इन घटनाओं से उनके पढ़ाई में बाधा आ रही है। घटना के विरोध में कश्मीरियों ने सैंटनरी गेट पर प्रदर्शन भी किया।
जहाँ कश्मीर के छात्र विवाद का कारण लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे एक छात्र से अभद्रता को बता रहे हैं तो वहीं अलीगढ़ पुलिस इस मामले को बैडमिंटन के खेल से उठा विवाद कह रही है। पुलिस के मुताबिक प्रॉक्टर की टीम द्वारा मामले को देखा जा रहा है और घटना के बाद हालत सामान्य हो चुके हैं। पुलिस के मुताबिक फ़िलहाल कोई प्रदर्शन नहीं चल रहा है और सभी छात्र अपने हॉस्टल में वापस लौट चुके हैं।
प्रकरण कल का है, छात्रों का बैडमिंटन खेलने को लेकर शुरू हुआ आपसी प्रकरण/विवाद बताया गया है जिसे विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा संज्ञान में लिया गया और प्रॉक्टोरियल टीम द्वारा प्रकरण अटेंड किया गया, मौके पर कानून व्यवस्था की स्थिति सामान्य है । सभी छात्र अपने छात्रावास को चले गए थे।
— ALIGARH POLICE (@aligarhpolice) December 26, 2022
महबूबा मुफ़्ती ने मामले को दिया तूल
जम्मू कश्मीर स्टूडेंट एसोशिएशन नाम के वेरिफाइड हैंडल से इस घटना के फोटो शेयर किए गए हैं। फोटो के साथ लिखा हुआ है कि पिछले 1 माह के अंदर 3 कश्मीरी छात्रों की पिटाई हो चुकी है जिसमें वो घायल हुए हैं। महबूबा मुफ़्ती और योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए एसोशिएशन का कहना है कि उन्हें AMU के कश्मीरी छात्र अपनी तकलीफ बताते हुए फोन कर रहे हैं।
इसी ट्वीट पर महबूबा मुफ़्ती ने भी बयान जारी किया है। उनका कहना है कि कश्मीरी छात्रों को प्रताड़ित करने वालों पर कड़ी कार्रवाई न होना अफ़सोस की बात है। मुफ़्ती का दावा है कि मारपीट में कुछ छात्र घायल भी हुए हैं।