फिलिस्तीन के इस्लामी आतंकी संगठन हमास के हमलों के बाद इजरायल ने उस पर कठोर कार्रवाई शुरू कर दी है। इससे हमास का खात्मा तय माना जा रहा है। इस बीच आतंकी संगठन हमास के समर्थन में दुनिया भर के मुस्लिम कट्टरपंथी आ गए हैं। 8 अक्टूबर 2023 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन किया गया है। इस मामले में प्रदर्शनकारियों पर FIR दर्ज की गई है।
यूपी के यूनिवर्सिटी में आतंकवादी कार्रवाई का समर्थन करने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रूख अपना लिया। उन्होंने प्रदेश साफ तौर कहा कि अगर किसी ने भी भारत सरकार की नीति और विचारों के खिलाफ जाने और उससे संबंधित बयान देने या प्रदर्शन आदि करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, भारत सरकार ने हमास को आतंकवादी संगठन माना है। इजरायल पर अचानक हमले में बच्चे, बुजुर्ग, महिला आदि की हत्या की उसने आलोचना की है। इस घड़ी में भारत ने इजरायल के साथ खड़े होने की बात कही है। इसके साथ ही आतंकी गतिविधि के खिलाफ कार्रवाई को उचित ठहराया है।
भारत सरकार के इस रूख के खिलाफ देश के कुछ कट्टरपंथी मुस्लिमों को भड़का रहे हैं और उन्हें आतंकती संगठन हमास का समर्थन का प्रेरित कर रहे हैं। इतना ही नहीं, इजरायली कार्रवाई के बाद 13 अक्टूबर को पहली बार जुमा यानी शुक्रवार पड़ रहा है। इस दिन किसी तरह की फसाद ना हो, इसके लिए भी सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए।
हाल के दिनों में वैश्विक स्तर पर चल रहे इजरायल-फिलिस्तीन विवाद के दृष्टिगत समस्त पुलिस अधिकारी सतर्क रहें। सभी पुलिस कप्तान अपने क्षेत्र में धर्मगुरुओं से तत्काल संवाद करें।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) October 12, 2023
इस प्रकरण में भारत सरकार के विचारों के विपरीत किसी तरह की गतिविधि स्वीकार नहीं की जाएगी।
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मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा X पर किए गए पोस्ट में गुरुवार (12 अक्टूबर 2023) को कहा गया, “हाल के दिनों में वैश्विक स्तर पर चल रहे इजरायल-फिलिस्तीन विवाद के दृष्टिगत समस्त पुलिस अधिकारी सतर्क रहें। सभी पुलिस कप्तान अपने क्षेत्र में धर्मगुरुओं से तत्काल संवाद करें। इस प्रकरण में भारत सरकार के विचारों के विपरीत किसी तरह की गतिविधि स्वीकार नहीं की जाएगी।”
सीएम योगी के कार्यालय ने आगे कहा, “सोशल मीडिया हो अथवा धर्मस्थल, कहीं से भी किसी भी प्रकार का उन्मादी बयान/वक्तव्य जारी न हों। यदि किसी के द्वारा ऐसा करने का कुत्सित प्रयास हो, तो तत्परता के साथ उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।” इस तरह जुमे की दिन यूपी में पुलिस पूरी तरह सतर्क रही। डीजीपी कार्यालय की ओर हर थाने को पत्र भेजकर माहौल बिगाड़ने वालों पर कार्रवाई करने के लिए कहा गया।
देश भर के कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, दिल्ली, कश्मीर, लद्दाख आदि जैसे शहरों से फिलिस्तीन और हमास के समर्थन में प्रदर्शन करने की घटनाएँ सामने आई हैं। वहीं, यूपी में शांति का माहौल रहा। लखनऊ के ईदगाह में मौलाना खालिद रशीद फिरंगीमहली के नेतृत्व में फिलिस्तीन में मारे लोगों के लिए दुआ पढ़ी गई। हालाँकि, किसी तरह का प्रदर्शन या नारेबाजी नहीं की गई।
बता दें कि रविवार (8 अक्टूबर, 2023 ) को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के सैकड़ों छात्र खुलेआम उतर आए हैं। छात्रों ने फिलिस्तीन को मजलूम बताते हुए उसके समर्थन में न सिर्फ प्रदर्शन किया बल्कि मजहबी नारेबाजी भी की। वहीं दूसरी ओर बजरंग दल और दूसरे हिन्दू संगठनों के कार्यकर्तओं ने हमास का पुतला दहन कर विरोध जताया।
रिपोर्ट के अनुसार, फिलिस्तीन के समर्थन में AMU के छात्रों ने कैंपस में पैदल मार्च निकालकर प्रदर्शन और अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाए। जिसका वीडियो वायरल है, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। छात्रों ने अपने हाथों में वी स्टैंड विद फिलिस्तीन, एएमयू स्टैंड विद फिलिस्तीन जैसे पोस्टर-बैनरों को हाथों में लेकर प्रदर्शन किया। छात्रों ने कहा हमारे दिल में तकलीफ है। ऐसे में तमाम मुस्लिम लीडर से दरख्वास्त है कि वह फिलिस्तीन का समर्थन करें।
एएमयू कैंपस में फिलिस्तीन के समर्थन में निकाले गए मार्च का मसला लखनऊ तक पहुँचा था। इसके बाद एसआई अजहर हसन की ओर से थाना सिविल लाइन में फिलिस्तीन के समर्थन में जुलूस निकालने के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था। इस जुलूस के दौरान भड़काऊ नारेबाजी करने का भी आरोप लगाया गया है।
एएमयू से पीएचडी कर रहे छात्र खालिद, एमबीए छात्र आतिफ, एमए के छात्र कामरान और मोहम्मद नावेद को नामजद करते हुए अज्ञात के खिलाफ धारा-188, 153ए, 505 के तहत केस दर्ज किया गया है। FIR में बिना अनुमति के जुलूस निकालने, धार्मिक भावनाएँ आहत करने, निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने और भड़काऊ नारे लगाने का आरोप लगाया गया है।