Tuesday, November 19, 2024
Homeदेश-समाजमुनव्वर फारूकी के 2 और साथियों को मिली कोर्ट से जमानत: 2 हो चुके...

मुनव्वर फारूकी के 2 और साथियों को मिली कोर्ट से जमानत: 2 हो चुके हैं पहले ही रिहा

फारूकी और पाँच अन्य को इंदौर में शो का आयोजन करने के लिए 1 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। ये कार्रवाई स्थानीय भाजपा नेत्री मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ के बेटे एकलव्य सिंह की शिकायत पर हुई थी।

हिन्दू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में मुनव्वर फारूकी के साथ गिरफ्तार दो और आरोपितों को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर पीठ ने शुक्रवार को अंतरिम जमानत दे दी

न्यायमूर्ति रोहित आर्य ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद निचली अदालत को आदेश दिया कि वह सदाकत खान (23) और नलिन यादव (25) को अंतरिम जमानत पर रिहा करे। इसी पीठ ने इससे पहले प्रखर व्यास और एडविन एंथनी को 12 फरवरी को जमानत पर रिहा किया था। उससे पहले फारूकी की रिहाई हुई थी

बता दें कि फारूकी और पाँच अन्य को  इंदौर में शो का आयोजन करने के लिए 1 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। ये कार्रवाई स्थानीय भाजपा नेत्री मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ के बेटे एकलव्य सिंह की शिकायत पर हुई थी।

बीजेपी विधायक के बेटे ने इल्जाम लगाया था कि शो में हिंदू देवी देवताओं के विरुद्ध और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के लिए अपमानजक शब्द प्रयोग किए गए।

मालूम हो कि 5 फरवरी को हिंदू देवी-देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में जेल में बंद स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को सुप्रीम कोर्ट ने राहत प्रदान करते हुए अंतरिम जमानत दी थी। सुप्रीम कोर्ट में मुनव्वर फारूकी ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी थी, जिसमें उसे अंतरिम जमानत पर रिहा करने से मना कर दिया गया था।

उसके बाद प्रखर व्यास और एडविन एंथोनी को भी 12 फरवरी को अंतरिम जमानत दे दी गई। जिसे देखते हुए खान और यादव के वकीलों ने शीर्ष अदालत के इस आदेश का हवाला दिया और अपने मुवक्किलों के लिए जमानत माँगी। इसी पर गौर करते हुए कोर्ट ने बाकी दो की भी जमानत की अर्जी मंजूर की।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

The साबरमती Report: जरूर देखने के 7 कारण, 7 कारण इग्नोर करने के… और विवाद वाले 3 सीन

मारे गए 59 लोगों में से 41 का नाम ही अभी तक सार्वजनिक। अगर चाहते हैं कि बाकी 18 लोग अज्ञात बन कर न रह जाएँ - तो देखिए The साबरमती Report

इधर आपके बच्चे फेफड़े में भर रहे जहरीली हवा, उधर गुमराह करने वाले ‘रिसर्च’ शेयर कर प्रदूषण फैला रहा रवीश कुमार: पावर प्लांट की...

सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट का शीर्षक था, "थर्मल पावर प्लांट्स से बढ़ता SO₂ उत्सर्जन: FGD स्थापना में देरी नहीं होनी चाहिए।", जिसे मनोजकुमार एन ने लिखा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -