कॉन्ग्रेस के एक नेता ने सोमैया स्कूल को चलाने वाले सोमैया ट्रस्ट को अंजाम भुगतने की धमकी दी है। सोमैया ट्रस्ट को यह धमकी इस्लामी आतंकी संगठन हमास का समर्थन करने वाली प्रिंसिपल परवीन शेख को हटाने के कारण दी गई है। परवीन शेख को ऑपइंडिया के खुलासे के बाद प्रिंसिपल के पद से हटा दिया गया था। परवीन शेख इस्लामी आतंकी संगठन हमास के साथ ही हिन्दुओं के खिलाफ जहर उगलने वाले इस्लामी मौलाना जाकिर नाइक और 2020 के दिल्ली हिन्दू विरोधी दंगों को खुला समर्थन दे रही थी।
कॉन्ग्रेस नेता मैथ्यू एंटनी ने एक्स (ट्विटर) पर लिखा, “अक्टूबर 2024 में महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (विपक्षी गठबंधन) के सत्ता में आने के बाद सोमैया स्कूल को इसका अंजाम भुगतना होगा। मैंने प्रिंसिपल परवीन शेख से बात की है और सोमैया ट्रस्ट से अनुरोध किया है कि वह किसी का पक्ष लेने वाले राजनीतिक जाल से दूर रहें और पक्षपात ना करें। ऐसा लगता है कि उन लोगों ने कट्टरपंथियों और उनकी धमकियों का पक्ष लिया है।”
इससे पहले सोमैया ट्रस्ट ने मंगलवार (7 मई, 2024) को परवीन शेख को हटा दिया। इस संबंध में एक बयान जारी किया गया। इस बयान में सोमैया ट्रस्ट ने कहा, “हमारी नजर में ये मामला आया कि सोमैया स्कूल में लीडरशिप रोल में कार्यरत परवीन शेख की सोशल मीडिया पर क्रियाकलापों को हमारे ध्यान में लाया गया था।”
बयान में आगे कहा गया, “हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मजबूती से समर्थन करते हैं, लेकिन उसमें दूसरों के लिए जिम्मेदारी और इज्जत भी होनी जरूरी है। ऐसे में परवीन शेख के क्रियाकलापों की हमने जाँच की और इस नतीजे पर पहुँचे हैं कि हम उन्हें तुरंत प्रभाव से पद से हटा रहे हैं और अपने सभी संबंधों को खत्म कर रहे हैं।”
ऑपइंडिया की रिपोर्ट का असर
बता दें कि ऑपइंडिया ने अप्रैल 2024 में परवीन शेख के कारनामों को दुनिया के सामने रखा था। हमने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि किस तरह से हजारों बच्चों के भविष्य को बनाने की जिम्मेदार महिला परवीन शेख सोशल मीडिया पर न सिर्फ हमास समर्थक, बल्कि एंटी हिंदू पोस्ट को भी लाइक करती है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना कुत्ते से करती है।
ऑपइंडिया की रिपोर्ट के बाद सोमैया स्कूल ने 25 अक्टूबर 2024 को कहा था कि वो परवीन शेख के कारनामों की जाँच के बाद उचित कदम उठाएगा। सोमैया ट्रस्ट ने ऑपइंडिया की रिपोर्ट के जवाब में कहा था कि हमें परवीन शेख के इस पहलू के बारे में पता नहीं था, ये पूरी तरह से अस्वीकार्य है। सोमैया ट्रस्ट ने कहा कि परवीन शेख के बारे में सामने आई जानकारियाँ चिंता पैदा करने वाली हैं, और वो इस मामले को देख रहे हैं। सोमैया ट्रस्ट ने लिखा, “आज हमारे संज्ञान में लाए जाने तक हम इस मामले से अनजान थे। हम ऐसी भावनाओं (परवीन शेख की) से सहमत नहीं हैं। यह निश्चित रूप से चिंताजनक है। हम मामले की जाँच कर रहे हैं।”
गौरतलब है कि सोमैया ट्रस्ट द्वारा संचालित सोमैया स्कूल मुंबई के घाटकोपर-ईस्ट इलाके में आने वाले विद्या विहार में स्थित है। परवीन शेख 12 साल से स्कूल से जुड़ी हुई थी, जिनमें से 7 साल वो बतौर प्रिंसिपल काम कर चुकी थी। लेकिन अब उसके खिलाफ कार्रवाई हुई है और उसे पद से हटा दिया गया है।
हालाँकि इस मामले में लेफ्ट और लिबरल मीडिया ने परवीन शेख का भरसक बचाव करने की कोशिश की थी। वामपंथी इकोसिस्टम ने परवीन शेख के इंटरव्यू छापे और उसे अपनी कट्टरपंथी विचारधारा का बचाव करने का खूब मौका दिया, लेकिन लेफ्ट-लिबरल इकोसिस्टम की ये कोशिशें उसके काम नहीं आई और अब सोमैया ट्रस्ट ने परवीन शेख को पद से चलता कर दिया है।