डीएसपी रामास्वामी पार्थसारथी को प्रेसिडेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। पार्थसारथी उन 28 सीबीआई अधिकारियों में से एक हैं, जिन्हें ये सम्मान मिला। उन्होंने पी चिदंबरम को उनके घर में घुस कर गिरफ़्तार किया था। उन्होंने 6 फुट की दीवाल कूद कर चिदंबरम को गिरफ़्तार किया था। चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया केस में गिरफ़्तार किया गया था। पार्थसारथी के बारे में एक और बात जानने लायक है कि वो काफ़ी नरमी से लोगों से बातें करते हैं, लेकिन जब बात प्रोफेशन की आती है तो वो कड़ा रुख अख्तियार करते हैं।
रामास्वामी पार्थसारथी ने शुरुआत में टीम बतौर डीएसपी ज्वाइन किया था, लेकिन बाद में वो प्रमोट होकर ज्वाइंट डायरेक्टर बने थे। पार्थसारथी ने ही पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को भी गिरफ़्तार किया था। आईपीएस ऑफिसर धीरेन्द्र शुक्ला को भी प्रेसिडेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। उन्होंने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह ने जुड़े मामले में भी जाँच की थी।
धीरेंद्र शुक्ला ने उस टीम का भी नेतृत्व किया था जो रोशन अंसारी को संयुक्त अरब अमीरात से भारत लाने में सफल भूमिका निभाई थी। रामास्वामी पार्थसारथी और धीरेंद्र शुक्ला के अलावा विनय कुमार, निर्भय कुमार, एसपी मनोज वर्मा, दीपतेंदू भट्टाचार्य, राजेश सिंह, ओम प्रकाश बिश्नोई, संजय कुमार भाट, रबि नारायण त्रिपाठी, मुकेश वर्मा, नितेश कुमार, बरुण कुमार सरकार, नारायण चंद्र साहू, नंद किशोर, नूर अली शेख और रोहिताश कुमार धिनवा को भी विशिष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक सम्मान देने की घोषणा की गई है।
आईएनएक्स मीडिया मामले में चिदंबरम को गिरफ्तार करने वाले डिप्टी एसपी रामास्वामी पार्थसारथी को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। #PadmaAwards2020 #Padmashree https://t.co/nUBiW1Xtap
— Hindustan (@Live_Hindustan) January 26, 2020
स्पेशल क्राइम यूनिट के एसपी निर्भय कुमार ने निठारी मर्डर केस, गाज़ियाबाद पीएफ स्कैम की जाँच की थी। उन्होंने लालू यादव के ख़िलाफ़ आईआरसीटीसी से जुड़े मामले की भी जाँच की थी। दिल्ली के एसीपी राजबीर सिंह की हत्या से जुड़े मामले में भी इन्होने ही छानबीन की थी। उन्होंने मिड-डे मील की भी जाँच की थी।