राजस्थान के भरतपुर खोह थाना इलाके में गुरुवार (जून 3, 2021) को पुलिस ने दो गो-तस्करों को गिरफ्तार किया। बीती रात ये जीप में भरकर गोवंश को तस्करी के लिए ले जा रहे थे। पुलिस को जब सूचना मिली तो उन्होंने सड़क पर लोहे की कील बिछा कर रोकने की कोशिश की। लेकिन तस्करों ने रुकने की बजाय कीलों पर गाड़ी दौड़ा दी। इस दौरान टायर फटने से आग की चिंगारी भी निकली। बाद में 3 आरोपित जीप से निकल फरार हो गए और 2 पकड़े गए।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस को देर रात सूचना मिली थी कि गो-तस्कर सफेद रंग की स्कॉर्पियों में गायों को भरकर ले जा रहे हैं। सूचना पाते ही पुलिस ने गो तस्करों को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया और धमारी मोड़ चौकी पर लोहे की कीलें बिछा दीं, लेकिन गो तस्कर ठहरने की जगह, लोहे की कीलों पर से गाड़ी को निकाल कर ले गए।
पुलिस ने बीच में उनका पीछा भी किया। मगर, तीन टायर पंचर होने के बाद भी तस्कर गाड़ी को भगाते रहे। लगभग 8 किलोमीटर तक गाड़ी दौड़ाई गई। बाद में कामां पहाड़ी बाईपास के पास गाड़ी पेड़ से टकरा गई। गो तस्कर अपनी गाड़ी को छोड़ खेतों से भागने लगे। इस दौरान पुलिस ने हरियाणा के नूँह निवासी सरफराज और हरियाणा के पलवल निवासी जमशेद को गिरफ्तार कर लिया।
इनमें सरफराज गाड़ी चला रहा था इसलिए पेड़ से टकराने के कारण उसके सिर में चोट आई। पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। प्राप्त सूचना के अनुसार, सफेद रंग की स्कॉर्पियों में 5 गो तस्कर थे। इनमें तीन फरार हो गए। अब पुलिस इनका पता लगाने में जुटी है। गाड़ी से 4 गोवंश बरामद किए गए हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले राजस्थान के भरlपुर में ही पुलिस ने एक इरशाद नाम के गो तस्कर को गिरफ्तार किया था। इरशाद को 14 गोवंशों की तस्करी करते पकड़ा गया था। इस मामले में भी पुलिस ने आरोपितों को पकड़ने के लिए कंटीलें तारें बिछाईं थी। लेकिन तस्करों ने रुकने की जगह तारों पर गाड़ी दौड़ा दी और पुलिस पर हमला किया। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने इरशाद को पकड़ा जबकि बाकी साथी भाग गए। इरशाद ने बताया कि वह गो वंशों की तस्करी कर हरियाणा ले जा रहा था।