दक्षिण गोवा के बेनॉलिम में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ़ आयोजित रैली में हिंदुओं की धार्मिक भावनाएँ भड़काने के आरोप में गोवा की क्राइम ब्रांच ने कॉन्ग्रेस नेता रामकृष्ण जालमी को गिरफ्तार किया। जालमी पर आरोप लगा कि उन्होंने भगवान परशुराम का नाम लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की।
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में क्राइम ब्रांच के एसपी पंकज कुमार सिंह ने कहा कि उन्हें जालमी के ख़िलाफ़ मापुसा के हिंदू युवा सेना ने शिकायत दर्ज कराई थी। जिन्होंने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि जालमी ने भगवान परशुराम पर अभद्र टिप्पणी की। पुलिस के मुताबिक, उन्होंने शिकायत के आधार पर कॉन्ग्रेस नेता को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उनपर IPC की धारा 259A और 153 A के तहत मामला दर्ज हुआ है।
Crime branch arrests Ramkrishna Jalmi for derogatory remarks against Hindu god https://t.co/zALUDlGDu2
— TOI Cities (@TOICitiesNews) March 1, 2020
हिंदू युवा संगठन का कहना है कि भगवान परशुराम, भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं और हिंदू समुदाय में पूजनीय है। जालमी ने भगवान परशुराम को आतंकी और बलात्कारी बताया। जिससे हिंदू समुदाय के सदस्यों में गुस्सा व्याप्त है।
गौरतलब है कि हिंदू भावनाओं को ठेस पहुँचाने के अतिरिक्त हेट स्पीच के कारण होने वाली किसी भी घटना को रोकने के लिए हिंदू सेना ने जालमी के ख़िलाफ़ जल्द से जल्द एक्शन लेने की माँग की। साथ ही शिकायत में इस बात का भी उल्लेख किया कि इस वाकये के कारण हिंदू समुदाय को बहुत पीड़ा हुई है और इस भाषण के ख़िलाफ वो अलग-अलग मंच से अपना गुस्सा व्यक्त कर रहे हैं। इसलिए किसी भी साम्प्रदायिक तनाव को रोकने के लिए एफआईआर जरूर दर्ज होनी चाहिए।
यहाँ बता दें, भगवान परशुराम श्री हरि विष्णु के अंशावतार हैं और 8 चिरंजीवियों में से एक हैं। मान्यता है कि वे आज भी जीवित हैं और युग के अंत में जब भगवान कल्कि रूप लेंगे तब वही उन्हें गुरु बनकर शिक्षा देंगे। हिंदू धर्म में भगवान परशुराम को महान और न्यायप्रिय देवता माना गया है। इसके अलावा उन्हें क्षत्रियों का संहारक भी कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने कई बार धुष्ट क्षत्रियों से धरती को मुक्त कराया है।