मुस्लिम महिलाओं की फोटो चुराने और इंटरनेट पर उन्हें नीलामी के लिए रखने के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एफआईआर दर्ज की है। यह एफआईआर विवादित मोबाइल एप्लीकेशन ‘सुल्ली डील’ के खिलाफ दर्ज की गई है, जहाँ मुस्लिम महिलाओं की फोटो का इस्तेमाल बिना उनकी जानकारी के किया जा रहा था। अब इस मामले में जाँच की जाएगी।
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने बताया कि नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर सुल्ली डील मोबाइल एप्लीकेशन के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई थी। इसके बाद जाँच शुरू हुई और कार्रवाई की गई। इस मामले में होस्टिंग प्लेटफॉर्म गिटहब को भो नोटिस भेजा गया है। सुल्ली डील नाम का यह मोबाइल एप्लीकेशन गिटहब नामक होस्टिंग प्लेटफ़ॉर्म पर बनाया गया था।
FIR registered in view of a complaint received on the National Cybercrime Reporting Portal against Sulli Deals Mobile Application. Notices have been sent to GitHub to share relevant details; probe on: Delhi Police Cyber Cell
— ANI (@ANI) July 8, 2021
इसके अलावा, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस को कार्रवाई के लिए कहा। NCW की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को इस मामले में जाँच करने और एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा। NCW के द्वारा यह कहा गया है कि मुस्लिम महिलाओं की फोटो को नीलामी के लिए उपयोग करने के इस मामले में उपयुक्त धाराओं में एफआईआर दर्ज की जाए ताकि दोषियों को कड़ी सजा मिल सके। साथ ही NCW ने 10 दिन के अंदर इस मामले में की गई कार्रवाई की सूचना आयोग को दिए जाने का आदेश दिया है। NCW के द्वारा लिखे गए पत्र की एक कॉपी दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट के डीसीपी को भी भेजी गई है।
बीते रविवार को ओपन सोर्स प्लेटफ़ॉर्म पर सुल्ली डील नाम का एक मोबाइल एप्लीकेशन बनाया गया। इस एप्लीकेशन में सोशल मीडिया से कई मुस्लिम महिलाओं की फोटोज को उठाया गया और उन्हें मोबाइल एप्लीकेशन पर अपलोड किया गया। इस एप्लीकेशन में इन सभी मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों, उनके नाम और उनके ट्विटर हैन्डल की जानकारी दी गई थी। एप्लीकेशन में दिए गए लिंक पर क्लिक करने के बाद इन महिलाओं की सारी जानकारी क्लिक करने वाले यूजर के साथ साझा की जा रही थी। यह भी कहा जा रहा है कि अपनी फोटो वायरल होने के बाद की महिलाओं को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म छोड़ना पड़ा।