उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक दलित युवती के अपहरण का मामला सामने आया है। पीड़िता की माँ ने अपनी बेटी के धर्मांतरण की साजिश की आशंका जताई है। आरोपितों के नाम जुहैब, साहिल, भोलू और जैद हैं। पीड़िता की माँ को जातिसूचक शब्द बोले गए। पुलिस का दबाव बनता देख कर आरोपित पीड़िता को उसके घर के पास छोड़ कर भाग गए हैं। केस दर्ज कर के जाँच और आरोपितों की तलाश की जा रही है। घटना शुक्रवार (17 मई, 2024) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना लखनऊ के थानाक्षेत्र महिलाबाद की है। यहाँ की रहने वाली दलित समुदाय की एक महिला ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में महिला ने बताया कि शुक्रवार की शाम लगभग 7:30 बजे वह अपनी बेटी के साथ खेतों से लौट रही थी। जब महिला बख्तियारपुर के पास पहुँची तब 2 बाइकों पर सवार 4 युवक वहाँ आ धमके। इन सभी ने शिकायतकर्ता की बेटी को जबरन खींच कर अपनी बाइक पर बिठा लिया। महिला शोर मचाते हुए बाइक सवारों के पीछे दौड़ी लेकिन तब तक आरोपित फरार हो चुके थे।
पीड़िता ने आरोपितों के तौर पर जुहैब, साहिल, भोलू और जैद की पहचान की। उसी रात वह जुहैब के घर पहुँची। महिला ने जुहैब के घर वालों से अपनी बेटी को मुक्त करने की मिन्नत की। आरोप है कि इन मिन्नतों का जुहैब के परिजनों पर कोई असर नहीं पड़ा। उन्होंने पीड़िता माँ से बताया कि वो लड़की को इस्लाम कबूल करवा के उसका निकाह जुहैब से करवाएँगे। आखिरकार पीड़िता ने अपने पति को सारी बात बताई। पति-पत्नी ने आरोपितों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने जुहैब, जैद, भोलू और साहिल के खिलाफ FIR दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी। पुलिस की कार्रवाई शुरू होते ही आरोपित पीड़िता को उसके घर के पास छोड़ दिया और भाग निकले। पुलिस मामले में जरूरी कानूनी कार्रवाई कर रही है।