राजस्थान के उदयपुर में शुक्रवार (16 अगस्त, 2024) को एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले दलित छात्र को उसके सहपाठी ने चाकू घोंप दिया था। आरोपित मुस्लिम समुदाय से है। इस घटना ने साम्प्रदायिक रंग ले लिया था और शहर के कई हिस्सों में आगजनी की घटनाएँ हुईं थी। गंभीर हालत में पीड़ित छात्र को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहाँ आज सोमवार (19 अगस्त, 2024) को उसने दम तोड़ दिया। घटना के बाद अस्पताल के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मृतक छात्र की माँ ने आरोपितों को कड़ी सजा देने की माँग की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घायल देवराज का इलाज उदयपुर के MB हॉस्पिटल में चल रहा था। पीड़ित की हालत लगातार गंभीर बनी हुई थी। सोमवार की दोपहरी में लगभग सवा दो बजे घायल छात्र की सगी बहन सुहानी और चचेरी बहनों ने अस्पताल में आ कर अपने भाई को राखी बाँधी थी। तब उन्होंने देवराज के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की थी। कुछ ही देर बाद लगभग 3 बजे एक बार फिर से देवराज की तबीयत बिगड़ने लगी। डॉक्टरों ने देवराज को बचाने की बहुत कोशिश की। हालाँकि, ये कोशिशें नाकाम रहीं और देवराज की मृत्यु हो गई।
कुछ ही देर में यह खबर पूरे शहर में फ़ैल गई और लोग अस्पताल के बाहर जुटने लगे। प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए हॉस्पिटल के साथ-साथ शहर के बाकी हिस्सों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है। दलित छात्र की मौत की खबर सुन कर अस्पताल में जिले के तमाम सीनियर प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि पहुँच गए हैं। इसमें उदयपुर ग्रामीण से भाजपा विधायक फूल सिंह मीणा भी शामिल हैं। राजस्थान के गृहमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने बताया कि सरकार सभी जरूरी कार्रवाई कर रही है।
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— GAJENDRA SINGH KANDHL (@gajendra_s31033) August 19, 2024
चाकूबाजी में घायल छात्र देवराज की मौत
गृहराज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की, कहा- घटना दुखद है लेकिन राज्य सरकार ने पूरी कोशिश की @PoliceRajasthan #RajasthanWithNews18 pic.twitter.com/s1CfhV0zpp
फ़िलहाल देवराज का शव मॉर्च्युरी में रखा गया है। देवराज की माँ मीडिया के सामने आईं हैं। उन्होंने आरोपित को कठोर सजा की माँग की है। उन्होंने ऐलान किया है कि जब तक आरोपित को फाँसी नहीं मिल जाती तब तक वो अपने बच्चे का शव नहीं लेंगी। इस बीच हिन्दू संगठन से जुड़े सदस्यों ने अस्पताल के गेट पर नारेबाजी शुरू कर दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने उन्हें गुमराह किया है। आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी पीड़ित को कभी दिल्ली तो कभी जयपुर ले जाने के झूठे दावे करते रहे। प्रशासन ने अफवाह न फैलाने की हिदायत देते हुए के लिए शहर के कुछ हिस्सों में इंटरनेट बंद कर दिया है।
बताते चलें कि मृतक और आरोपित दोनों छात्रों की उम्र लगभग 15 साल है। दोनों राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, भटि्टयाणी चौहट्टा में एक ही क्लास में पढ़ते थे। लंच के दौरान दोनों स्कूल के बाहर निकल गए। इस दौरान मुस्लिम छात्र ने देवराज पर चाकू के दो-तीन वार किए थे। स्कूल की प्रिंसिपल ईशा धर्मावत ने बताया कि लंच के करीब 5 से 7 मिनट बाद स्कूल के बाहर से कुछ छात्र चिल्लाते हुए अंदर आए। उन्होंने कहा, “मैंने तुरंत बाहर जाकर देखा तो एक स्टूडेंट घायल अवस्था में पड़ा था। मेरी स्कूटी पर बैठाकर स्टाफ ने उसे तुरंत हॉस्पिटल पहुँचाया।