छत्तीसगढ़ के अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा में मंगलवार (अप्रैल 9, 2019) की शाम नक्सलियों ने एक बड़े हमले को अंजाम दिया। नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी की चपेट में आने से भाजपा विधायक भीमा मंडावी की मौत हो गई। उनके साथ ही घटना में सुरक्षा में तैनात 5 जवान भी वीरगति को प्राप्त हो गए।
P Sundar Raj, DIG-Anti-Naxal Ops: BJP MLA Bheema Mandavi killed in naxal attack in Dantewada pic.twitter.com/CcYVeKHwXT
— ANI (@ANI) April 9, 2019
मिली जानकारी के मुताबिक, भीमा मंडावी कुआकोण्डा ब्लॉक के श्यामगिरी गाँव में चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद वापस नकुलनार लौट रहे थे, तभी सड़क पर नक्सलियों द्वारा लगाए गए लैंडमाइन्स (आईईडी) के ऊपर से उनका वाहन गुजरा और विस्फोट हो गया। विस्फोट में वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस हमले में विधायक भीमा मंडावी की मौके पर ही मौत हो गई, जो कि विपक्ष के उपनेता थे। ब्लास्ट के बाद नक्सलियों ने काफिले की गाड़ियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
#SpotVisuals: Convoy of BJP MLA Bheema Mandavi attacked by Naxals in Dantewada. The escort vehicle of Chhattisgarh State Police also came under the blast. 5 personnel of Chhattisgarh State Police are critically injured. pic.twitter.com/ZastP8hrQe
— ANI (@ANI) April 9, 2019
वाहन में विधायक की सुरक्षा में तैनात 5 जवान भी सवार थे, जो इस घटना में वीरगति को प्राप्त हो गए। बता दें कि श्यामगिरी में आज वार्षिक मड़ई मेले का भी आयोजन किया गया था। इसी मेले के दौरान आयोजित जनसभा को संबोधित करने वे जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर स्थित इस गाँव में गए थे। इस हमले के बाद काफिले में शामिल अन्य लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद सीआरपीएफ और राज्य पुलिस की टीमों को तत्काल मौके पर भेजा गया। जिसके बाद घटनास्थल के आसपास के इलाके को सीज कर दिया गया है। इसके अलावा हमलावरों की तलाश में यहाँ पर सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में इससे पहले भी कई बार नक्सली हमलावरों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों को निशाना बनाया है। जुलाई 2018 में नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में बीएसएफ के जवानों पर हमला किया था। इस हमले में बीएसएफ के 2 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे। इससे पहले 13 मार्च 2018 को राज्य के सुकमा जिले में सीआरपीएफ की 212वीं बटालियन के जवानों पर हमला हुआ था। आईईडी लगाकर किए गए इस नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 9 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे।