दिल्ली और उत्तर प्रदेश के तक़रीबन सात रेलवे स्टेशन आतंकियों के निशाने पर हैं। इन सात स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी एक आतंकवादी संगठन ने ईमेल के ज़रिए दी है। ख़बर के अनुसार, धमकी भरा ईमेल लखनऊ, गाज़ियाबाद और शामली के पुलिस अधिकारियों की ईमेल आईडी पर आया है। शामली पुलिस ने केस दर्ज करते हुए एक युवक को गिरफ़्तार किया है। इस मामले में एटीएस ने भी शामली पहुँचकर जाँच पड़ताल शुरू कर दी है। साथ ही यूपी की अन्य सुरक्षा और खुफ़िया एजेंसी भी उस युवक से पूछताछ कर रही है।
बता दें कि रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी उत्तर प्रदेश के सुरक्षा मुख्यालय लखनऊ, सीबीसीआईडी मुख्यालय, इंटेलीजेंस मुख्यालय सहित गाज़ियाबाद और शामली एसएसपी की ईमेल आईडी पर मिली है। दिल्ली का निज़ामुद्दीन और यूपी के गाज़ियाबाद, मेरठ शामली सहित करीब सात रेलवे स्टेशनों का नाम इस धमकी भरे ईमेल में शामिल है। ईमेल में इस बात का भी ज़िक्र है कि बताए गए रेलवे स्टेशनों को 72 घंटो में उड़ा दिया जाएगा। गाज़ियाबाद के एसएसपी उपेंद्र अग्रवाल ने इस तरह के ईमेल मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने जानकारी दी कि इस सिलसिले में पुलिस की ओर से शामली की शहर कोतवाली में मामला दर्ज कर लिए गया है। एटीएस, साइबर सेल और सर्विलांस टीमें जाँच में जुट गई हैं।
जानकारी के अनुसार, रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने के लिए इस तरह का धमकी भरा ईमेल पहली बार भेजा गया है। फ़िलहाल लखनऊ से लेकर मेरठ जोन के पुलिस अधिकारी इस मामले की जाँच-पड़ताल में जुट गए हैं। ईमेल गेटवे से डेटा, आईपी एड्रेस और अन्य जानकारियों के माध्यम से शामली पुलिस ने बुधवार (15 मई) को मेरठ से एक युवक को गिरफ़्तार किया था। पुलिस इसकी तह तक पहुँचने की कोशिश कर रही है। पुलिस यह भी जानने में जुटी हुई है कि जिस युवक ने यह ईमेल भेजा है वो किसके कहने पर भेजा है और क्यों? सुरक्षा एजेंसियाँ यह जानने में भी जुटी हुई हैं कि आरोपी युवक का ब्रेनवॉश करने में किस आतंकी संगठन का हाथ है। इन सभी सवालों के जवाब मिल जाने पर ही पता चल सकेगा कि इस पूरी साज़िश में आख़िर किसका हाथ है।