उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा को लेकर लगातार दूसरे दिन गुरुवार को दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। पुलिस ने अदालत को बताया कि अब तक इस मामले में 48 एफआईआर दर्ज किए जा चुके हैं। 106 गिरफ्तारियॉं हुई है। साथ ही पुलिस ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए भड़काऊ बयान को लेकर किसी पर केस नहीं दर्ज करने का फैसला लिया है।
Delhi Police tells High Court that in a conscious decision, they’ve decided not to file an FIR for hate speech against anyone at this stage as it won’t help in restoring peace&normalcy in Delhi. Delhi Police says they have filed 48 FIRs in the North East Delhi violence case.
— ANI (@ANI) February 27, 2020
दिल्ली पुलिस की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया कि याचिकाकर्ता ने केवल 3
भड़काऊ भाषणों का जिक्र किया है। ऐसे कई भाषण मौजूद हो सकते हैं। उन्होंने कोर्ट से हालात सामान्य होने तक हस्तक्षेप नहीं करने और केंद्र सरकार को भी पार्टी बनाने की गुजारिश की।
मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल और न्यायाधीश सी हरि शंकर की पीठ ने केंद्र सरकार को पक्षकार बनाते हुए जवाब देने के लिए चार सप्ताह का समय दिया है। अगली सुनवाई 13 अप्रैल को होगी।
Solicitor General Tushar Mehta, representing Delhi Police, says petitioner in his wisdom selected 3 speeches as hate speech but there are many such hate speeches. SG Tushar Mehta also prays for allowing application seeking impleadment of Union of India as a party to the petition. https://t.co/OQ4cailKJj
— ANI (@ANI) February 27, 2020
इससे पहले बुधवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने भड़काऊ भाषण को लेकर सख्त टिप्पणी की थी। अदालत में कपिल मिश्रा के बयान का विडियो भी चलाया गया था। याचिकाकर्ता ने भाजपा नेता मिश्रा, पार्टी सांसद प्रवेश वर्मा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के बयानों का अदालत के सामने हवाला दिया था।
हिंसा में अब तक 34 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है। परिजनों को शव के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। पुलिस-प्रशासन का कहना है कि पोस्टमॉर्टम के बाद ही बॉडी दी जाएगी। बोर्ड गठित नहीं होने से पोस्टमॉर्टम में देरी हो रही है। इस मामले में वकील महमूद पारचा की याचिका पर शुक्रवार को कोर्ट में सुनवाई होगी।
According to Delhi Police, all the 106 arrested people are locals and that more arrests will be made on the basis of CCTV footage recovered. Police also said that they have got visuals of outsiders and they are being identified. pic.twitter.com/wmbwQ0vb1Z
— ANI (@ANI) February 27, 2020
यहाँ बता दें, उत्तर-पूर्वी में दिल्ली हिंसा के मद्देनजर अबतक 106 स्थानीय लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। ये गिरफ्तारी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुई है।