दिल्ली हिंदू विरोधी हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की पूछताछ में एक आरोपित से बड़ा खुलासा हुआ है। PFI के सदस्य दानिश ने दिल्ली पुलिस की पूछताछ में खुलासा करते हुए कहा है कि PFI ने शाहीन बाग और दिल्ली हिंसा के लिए धन जुटाया था और साथ ही PFI ने दंगाइयों को हथियार भी सौंपे थे। इसके बाद दिल्ली पुलिस हिंसा में PFI की संदिग्ध भूमिका की जाँच में जुट गई है।
दरअसल, दिल्ली हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने PFI के दानिश नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया था। जानकारी के मुताबिक अभी तक दिल्ली पुलिस को दानिश से की गई पूछताछ में कई खुलासे सामने आए हैं, दिल्ली पुलिस की पूछताछ में दानिश ने बताया है कि शाहीन बाग के लिए PFI ने लोगों से धन एकत्र किया था इसके बाद दिल्ली में हुई हिंसा के लिए पहले को धन जुटाया और फिर दंगाइयों को PFI ने हथियार भी उपलब्ध कराए थे। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के दंगों में PFI की भूमिका की जाँच शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक दानिश की शिनाख्त के आधार पर इस आंदोलन की फंडिंग और हिंसा भड़काने में शामिल रहे अन्य लोगों की धरपकड़ के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। साथ ही इन दंगों में शामिल दंगाइयों के खिलाफ सबूत जुटाने का काम भी दिल्ली पुलिस द्वारा किया जा रहा है।
#DelhiRiots से जुड़ी बड़ी खबर| #PFI मेंबर दानिश ने बड़ा खुलासा किया | दानिश के मुताबिक PFI #DelhiRiots2020 और #Shaheenbaghprotest में शामिल थी| दंगाइयों को PFI ने धन और हथियार दिए| दिल्ली दंगों की साजिश बहुत शातिर तरीके से हुई – सूत्र pic.twitter.com/gKoObDbaqE
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) March 11, 2020
गौरतलब है कि पिछले वर्ष यूपी में कई स्थानों पर CAA विरोध के नाम पर की गई हिंसा के पीछे PFI का हाथ मिला था। इसके बाद सरकार ने इस संगठन के संचालन को प्रतिबंधित कर दिया। इसके बाद 100 से अधिक PFI के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। साथ ही सरकार ने कहा था कि यह संगठन देश को तोड़ने का काम कर रहा है, जिसे देश हिंत में बंद किया जाना बेहद जरूरी है।
वहीं लोकसभा में अमित शाह द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अब तक दिल्ली हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा 700 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और 2,647 लोगों को हिरासत में लिया गया है या गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक आर्म्स एक्ट के तहत 48 मामले दर्ज किए गए हैं। आपको बता दें कि दिल्ली में 23 से 25 फरवरी तक सीएए विरोध के नाम पर की गई हिंदू विरोधी हिंसा में अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही इस हिंसा में 300 से अधिक लोग घायल हुए हैं।