Tuesday, November 5, 2024
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‘रिंकू शर्मा की हत्या करने वाली भीड़ में औरतें भी शामिल थीं, चाकू नहीं निकला तो पीठ में और धँसा दिया’

"मुझे नहीं पता कि दिल्ली पुलिस क्या कह रही है। लेकिन अगर मामला इतना आसान था और घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था तो इलाके में हिंदुओं के बीच उतना गुस्सा नहीं होता। पुलिस मामले से मीडिया का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।”

दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में बजरंग दल के कार्यकर्ता रिंकू शर्मा की चाकू घोंप कर निर्मम हत्या कर दी गई। रिंकू अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के लिए जारी धन संग्रह अभियान में भी सक्रिय भागीदारी निभा रहे थे।

मृतक के परिवार ने बताया कि कैसे बुधवार देर रात 20-25 लोगों की भीड़ लाठियों, डंडों और चाकू लेकर उनके घर के अंदर घुस गई और परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की। उन्होंने रिंकू शर्मा को घर से बाहर खींच लिया और उसे नीचे गिरा दिया। उसके बाद उस पर बेरहमी से चाकू से वार किया गया।

भयावह घटना को याद करते हुए बजरंग दल के राष्ट्रीय सोशल मीडिया प्रमुख राकेश पांडे ने ऑपइंडिया से बातचीत में कहा कि उन्मादी हमलावर भीड़ में औरतें भी थीं।

घर में घुसने के बाद भीड़ ने रिंकू शर्मा के परिवार के सदस्यों पर लाठी और डंडों से धावा बोल दिया। उन्होंने कथित तौर पर गैस सिलेंडर भी लीक कर दिया। इस बीच रिंकू शर्मा ने वहाँ से भागने की कोशिश की। जिसके बाद भीड़ में से कुछ लोगों ने रिंकू को पकड़ लिया और एक तेज चाकू से उस पर वार किया।

सुदर्शन न्यूज़ से बात करते हुए, रिंकू शर्मा के भाई ने कहा कि हत्यारे पाँच मुस्लिम भाई अपने बच्चों, बीवी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ उनके घर में घुस गए और सभी ने मिलकर उनके परिवार के सभी सदस्यों को बहुत मारा और उसके भाई (रिंकू) को तो जान से ही मार डाला।

भाई ने कहा कि मुस्लिम भाइयों ने राम मंदिर के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के कारण उनके परिवार को पहले भी धमकी दी थी। ये सभी मंगोलपुरी में रहते हैं और श्री राम के नारे और कार्यक्रमों का विरोध करते थे।

बजरंग दल के एक अन्य कार्यकर्ता ने ऑपइंडिया को बताया कि जिस चाकू से रिंकू शर्मा को मारा गया था, वह उसकी पीठ में धँस गया था। आरोपितों ने शायद दोबारा चाकू मारने की मंशा से उसकी पीठ से चाकू बाहर निकालने की बहुत कोशिश की। लेकिन वे नाकामयाब रहे। फिर उन्होंने निर्दयतापूर्वक रिंकू की पीठ के अंदर चाकू को और धकेल दिया। जिससे रिंकू गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद वह भाग गए। खून से लथपथ रिंकू को मंगोलपुरी के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। गुरुवार दोपहर 12 बजे के करीब उसने दम तोड़ दिया।

बता दें रिंकू पश्चिम विहार के एक अस्पताल में लैब टेक्नीशियन की नौकरी करता था। रिंकू की माँ राधा देवी के अनुसार छुरा घोंपने के दौरान भी उनका बेटा जय श्री राम का नारे लगा रहा था। रिंकू पड़ोस के मुसलमानों के रडार में था, क्योंकि उसने अगस्त में राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद इलाके में जय श्री राम के नारों के साथ एक रैली भी निकाली थी।

‘एक-दूसरे के करीब रेस्टोरेंट को खोलने’ वाले दिल्ली पुलिस के बयान के बारे में बात करते हुए राकेश पांडे ने कहा, “मुझे नहीं पता कि दिल्ली पुलिस क्या कह रही है। लेकिन अगर मामला इतना आसान था और घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था तो इलाके में हिंदुओं के बीच उतना गुस्सा नहीं होता। पुलिस मामले से मीडिया का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।”

बाहरी दिल्ली के एडिशनल डीसीपी एस धामा ने 4 आरोपितों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए मीडिया को बताया था, “रिंकू शर्मा को 10 फरवरी को मंगोलपुरी में एक जन्मदिन की पार्टी में चाकू मार दिया गया। यह झड़प एक रेस्टोरेंट के बंद हो जाने की वजह से शुरू हुआ था। किसी भी अन्य मकसद से हत्या की बात गलत है।”

इससे पहले सुदर्शन न्यूज़ को रिंकू के पिता अजय शर्मा ने रोते हुए अपने बेटे की बेरहमी से किए गए हत्या की जानकारी देते हुए बताया था कि, “वे (आरोपित) लाठी और चाकू से लैस थे। उन्होंने मेरे बेटे को मार डाला। वह हमेशा के लिए चला गया।” अजय शर्मा ने यह भी कहा था, “राम मंदिर के मुद्दे पर पहले भी इसी तरह की घटना हुई थी। इसके बाद दोषियों ने पीएम मोदी को गालियाँ दीं और कहा कि रिंकू बीजेपी से जुड़ा है।”

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