महाराष्ट्र की श्रद्धा वालकर मर्डर केस में दिल्ली पुलिस ने उसके लिव इन पार्टनर आफ़ताब पूनावाला के खिलाफ मंगलवार (24 जनवरी 2023) को साकेत कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। 6629 पन्नों की इस चार्जशीट में बताया गया है कि हत्या के दिन श्रद्धा अपने एक दोस्त से मिलने गुरुग्राम गई थी। इससे आफ़ताब काफी नाराज हुआ था। जिस दोस्त से श्रद्धा मिली थी उसे आफ़ताब बिलकुल भी पसंद नहीं करता था और यही नाराजगी श्रद्धा के कत्ल की वजह बनी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपनी चार्जशीट में पुलिस ने बताया है कि आफताब ने श्रद्धा की लाश काटने के लिए कई तरह के औजार प्रयोग किए। पुलिस ने शव के 13 टुकड़े बरामद कर पाई है। सबूत के तौर पर पुलिस ने CCTV फुटेज जैसे डिजिटल प्रमाण, आफ़ताब के फोन और लैपटॉप से मिली जानकारी के साथ मोबाइल फोन की लोकेशन और फॉरेंसिक सबूत आदि का जिक्र किया है। फ़िलहाल आफ़ताब पूनावाला की न्यायिक हिरासत की अवधि बढ़ा कर 7 फरवरी 2023 तक कर दी गई है।
चार्जशीट पर सुनवाई अगले माह की 7 फरवरी हो तय हुई है। इस चार्जशीट में पुलिस ने 182 गवाहों के बयान दर्ज किए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, चार्जशीट दाखिल होने के दौरान आफ़ताब भी जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ा हुआ था। उसने कहा कि चार्जशीट की एक कॉपी उसके वकील को दे दी जाए। कुछ ही समय बाद आफ़ताब ने पलटी मारी और चार्जशीट अपने वकील को न देने की माँग करते हुए कहा कि वो वकील बदलने जा रहा है।
क्या था पूरा मामला
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के एक कॉल सेंटर में आफ़ताब से मिली श्रद्धा ने घरवालों की मर्जी के खिलाफ आफ़ताब के साथ लिव इन रिलेशन में रहने लगी थी। बाद में दोनों एक साथ दिल्ली आ गए, जहाँ आफ़ताब आए दिन श्रद्धा की पिटाई करने लगा। आखिरकार 18 मई 2022 को आफताब पूनावाला ने दिल्ली के छतरपुर इलाके में श्रद्धा वालकर की गला दबाकर हत्या कर दी और लाश को 35 टुकड़ों में काटकर जंगल में फेंक दिया।
श्रद्धा की हत्या के बाद भी आफताब उसका सोशल मीडिया चलाता रहा। आखिरकार दिल्ली पुलिस ने 8 नवम्बर 2022 को श्रद्धा के 59 वर्षीय पिता मदन वालकर की शिकायत पर 12 नवंबर 2022 को आफ़ताब को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जंगलों से श्रद्धा के शव के कुछ टुकड़े बरामद किए। वहीं, आफ़ताब के फ्लैट से हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किए गए। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि हत्या के बाद आफ़ताब की लाश के कटे हिस्सों के साथ कई दिन रहा। इस दौरान उसने एक नई गर्लफ्रेंड भी बना ली थी, जो मनोवैज्ञानिक है।
पुलिस ने आफ़ताब का लम्बे समय तक रिमांड लिया और इस दौरान उसका नार्को और पॉलिग्राफी टेस्ट भी करवाया। आरोप यह भी है कि आफताब जाँच को अंतिम समय तक भटकाने की कोशिश करता रहा। पुलिस आफ़ताब को जल्द सजा दिलाने के लिए कोर्ट में स्पीडी ट्रायल का प्रयास कर रही है।