दिल्ली के इंद्रलोक इलाके में शुक्रवार (8 मार्च, 2024) को एक भीड़ सड़क घेर कर नमाज़ पढ़ रही थी। बार-बार समझाने के बावजूद नमाज़ियों पर जब कोई फर्क नहीं पड़ा तब दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर मनोज तोमर ने बल प्रयोग किया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद सीनियर अधिकारियों ने मनोज तोमर को सस्पेंड कर दिया था। मनोज तोमर पर हुई इस कार्रवाई के खिलाफ सोशल मीडिया से ले कर जमीनी लेवल पर विरोध शुरू हो गया है।
दिल्ली के एक हिन्दू संगठन ने मनोज तोमर को सस्पेंड करने वाले DCP नार्थ के ऑफिस में शिकायत दर्ज करवा कर उनसे अयोध्या में रामभक्तों पर गोली चलाने वाले पुलिस अधिकारी के खिलाफ भी एक्शन लेने की माँग की है।
दिल्ली से रजिस्टर्ड ‘हिन्दू मोर्चा’ नाम के संगठन ने सोमवार (11 मार्च 2024) को DCP नार्थ के नाम से थाना सिविल लाइंस में एक शिकायत दर्ज करवाई है। यह शिकायत संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक मलिक ने दी है। शिकायत में दीपक ने बताया है कि 22 अक्टूबर, 1990 को अयोध्या के पास बस्ती जिले में स्थित गाँव सांडपुर में कारसेवकों की सूचना पर पहुँची पुलिस ने रामभक्तों का नरसंहार किया था। तब बस्ती जिले के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक IPS सुभाष चंद्र गुप्ता को बताते हुए दीपक मलिक ने उनको 3 रामभक्तों के नरसंहार का दोषी बताया है।
शिकायत में दीपक मलिक ने आगे बताया है कि बस्ती के तत्कालीन IPS सुभाष चंद्र गुप्ता फिलहाल गजियाबाद में मजे से अपनी रिटायरमेंट की जिंदगी बिता रहे हैं। उनको ही कारसेवकों के नरसंहार का दोषी भी प्रार्थना पत्र में बताया गया है। साथ ही उनके खिलाफ FIR दर्ज कर के कार्रवाई की माँग की गई है। दीपक मलिक ने इसी एप्लिकेशन में आगे लिखा, “मान्यवर, आपने जिस प्रकार कार्रवाई की है इस से पता चलता है कि आप कितने न्यायप्रिय हैं।” दीपक ने अंत में सब इंस्पेक्टर मनोज तोमर पर हमला करने वालों के खिलाफ भी FIR दर्ज करने की माँग की है। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है।
दिल्ली पुलिस द्वारा इस प्रार्थना पत्र पर बाकायदा मुहर लगा कर दीपक मलिक को सौंप दी गई है। थाने से निकल कर मनोज तोमर ने अपना एक वीडियो जारी किया है। वीडियो में उन्होने कहा कि वो देखना चाहते हैं कि जिस प्रकार से न्याय DCP उत्तरी दिल्ली ने मनोज तोमर के लिए किया क्या उसी तरह का न्याय वो रिटायर्ड IPS सुभाष चंद्र गुप्ता के खिलाफ भी करेंगे। ऑपइंडिया से बात करते हुए दीपक मलिक ने कहा कि अगर सड़क जाम कर रहे नमाज़ियों को लात मारना गुनाह है तो क्या अयोध्या में राम का भजन गा रहे रामभक्तों पर गोलियाँ चलवाना अपराध नहीं है ? उन्होने आशा जताई है कि उनकी माँग पर अमल किया जाएगा।
दीपक ने हमसे बातचीत में आगे बताया कि अगर उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं हुई और सुभाष चंद्र गुप्ता के खिलाफ एक्शन नहीं लिया गया तो वो संवैधानिक ढंग से धरना-प्रदर्शन करेंगे। दीपक ने यह भी कहा कि देश को यह जानने का अधिकार है कि सड़क कब्ज़ाने वाले नमाज़ियों को लात मारना बड़ा अपराध है या अयोध्या में रामभक्तों को गोलियों से भून देना। फिलहाल इस शिकायत पर दिल्ली पुलिस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया आने पर उसके खबर में अपडेट किया जाएगा।
सांडपुर नरसंहार पर पढ़िए अयोध्या ग्राउंड रिपोर्ट के दौरान विशेष कवरेज।