Monday, November 25, 2024
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देवरिया में बच्चों को खींचकर लाई दुबे परिवार पर हमला करने आई भीड़ और मार दिया: पड़ोसी ने उकसाया था, प्रेमचंद यादव की पत्नी का झूठ भी आया सामने

इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने मामला दर्ज करके 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार होने वालों में मृतक प्रेमचन्द यादव का छोटा भाई रामजी यादव, उसका पिता रामभवन यादव और ड्राइवर एवं घटना का मुख्य आरोपित नवनाथ मिश्रा भी शामिल हैं।

उत्तर प्रदेश के देवरिया में हुए जघन्य हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। इस हत्याकांड में आरोपित पक्ष के प्रेमचन्द यादव की पत्नी ने पाँच लोगों की हत्या के आरोपितों को बचाने के लिए पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की है। वहीं, जाँच में यह भी खुलासा हुआ है कि रामायण पाल ने उग्र भीड़ को हमले के लिए उकसाया था। बच्चों को एक जगह घसीट कर लाया गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई।

प्रेमचंद यादव की पत्नी शीला यादव ने कहा था कि जब वह 2 अक्टूबर 2023 को सुबह चाय लेकर पहुँची तो उनके पति प्रेमचन्द यादव के फोन पर किसी का कॉल आया। इसके बाद वे उठकर चले गए। अब पुलिस जाँच में सामने आया है कि कथित समय पर प्रेमचन्द को कोई फ़ोन नहीं आया था। मृतक की पत्नी झूठ बोल रही हैं।

पुलिस ने इस दावे की पड़ताल के लिए प्रेमचन्द यादव के नम्बर की CDR (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) निकलवाया है। इसमें यह स्पष्ट हो गया कि प्रेमचन्द यादव के फ़ोन पर 1 अक्टूबर 2023 की रात से 2 अक्टूबर 2023 की सुबह तक कोई फ़ोन नहीं आया था। पुलिस ने प्रेमचन्द का फोन अभी बरामद नहीं किया है, नम्बर की जाँच में यह जानकारी सामने आई है।

पड़ोसी रामायण ने उकसाया, बच्चों को घसीट लाए

दैनिक जागरण के अनुसार, जाँच में यह बात भी सामने आई है कि सत्य प्रकाश दुबे के पड़ोसी रामायण पाल के ललकारने पर आरोपित उग्र हुए थे और घर में घुसकर सत्य प्रकाश और उनके परिवार की हत्या की थी। नरसंहार के मुख्य आरोपित फतेहपुर के टोला अभयपुर के रहने वाले नवनाथ मिश्रा ने पुलिस को यह जानकारी दी है।

सत्यप्रकाश के घर पहुँची भीड़ ने उनके पूरे परिवार पर ईंट-पत्थर और धारदार हथियारों से हमला किया था। मरने वालों में सत्य प्रकाश दुबे, उनका बेटा गाँधी, बेटी सलोनी, बेटी नंदिनी और पत्नी किरण शामिल है। सत्य प्रकाश के पुत्र अनमोल को भीड़ ने मरा समझ कर छोड़ दिया था। अभी उसका इलाज चल रहा है।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि सत्य प्रकाश दुबे के दरवाजे पर प्रेमचंद यादव क्या करने गया था, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रेमचंद की हत्या के बाद पड़ोसी रामायण ने फोन करके अभयपुर के लोगों को इसकी जानकारी दी थी। इसके बाद भारी संख्या में पहुँचे लोग सत्य प्रकाश दुबे के घर पर पहुँचे और शव को देखकर 15 मिनट तक रोते रहे।

इसी दौरान पड़ोसी रामायण पाल ने कहा कि ‘क्या रो रहे हो, दुबे परिवार के सभी आरोपित घर में ही छिपे हैं’। इतना सुनते ही लोग भड़क उठे और फिर सत्य प्रकाश के मकान पर पथराव और तोड़फोड़ करने लगे। इसके बाद घर में घुसकर दुबे के परिजनों की हत्या करने लगे। जब बच्चों ने छिपने का प्रयास किया तो उन्हें खींच एक जगह लाया गया और फिर मार दिया गया।

क्या है मामला

गौरतलब है कि 2 अक्टूबर को देवरिया जनपद के रुद्रपुर के फतेहपुर लेहड़ा गाँव में हत्याकांड हुआ था, जहाँ एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई थी। यह हत्या दबंग पक्ष के लोगों ने जमीन विवाद में मार दिया था। इसके पहले दबंग परिवार में एक हत्या कर दी गई थी। इस तरह पूरी घटना में कुल 6 लोग मारे गए।

जानकारी के अनुसार, दबंग पक्ष प्रेमचन्द यादव और पीड़ित परिवार सत्य प्रकाश दुबे के बीच लम्बे समय से जमीन का विवाद चल रहा था। प्रेमचन्द 2 अक्टूबर को सुबह सत्य प्रकाश के घर पहुँचे थे, जिसके बाद दोनों के बीच कहासुनी, मारपीट हुई और फिर हत्या की बात कही जा रही है।

प्रेमचन्द की हत्या की खबर सुनकर उनका छोटा भाई रामजी यादव, पिता रामभवन यादव और ड्राईवर नवनाथ मिश्रा उर्फ़ पट्टू समेत बड़ी संख्या में भीड़ सत्य प्रकाश के घर पर पहुँच गई थी। नवनाथ मिश्रा ने दुबे की गोली मारकर हत्या कर दी। मिश्रा ने दुबे की बेटी सलोनी को भी गोली मारी थी, जिससे उसकी मौत हो गई।

इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने मामला दर्ज करके 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार होने वालों में मृतक प्रेमचन्द यादव का छोटा भाई रामजी यादव, उसका पिता रामभवन यादव और ड्राइवर एवं हत्याकांड का मुख्य आरोपित नवनाथ मिश्रा भी शामिल हैं।

इस कांड के बाद प्रेमचन्द यादव की दबंगई की बातें सामने आई थीं। यह भी सामने आया था कि उनका घर जमीन पर कब्जा करके बनवाया गया है। प्रेमचन्द यादव का घर बुलडोजर से गिराने की माँग की गई थी। इसको लेकर पुलिस और राजस्व विभाग ने उसके घर की दो बार पैमाइश भी की थी।

इस पैमाइश का सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध भी किया है। सपा कार्यकर्ताओं के इस विरोध के कारण पुलिस को हल्का बल भी प्रयोग करना पड़ा था। इस घटना के बाद अब फतेहपुरा गाँव में जिलाधिकारी गौरव श्रीवास्तव ने धारा 144 लागू कर दी है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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