प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोयला घोटाला मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया को कोयला घोटाला मामले में शुक्रवार (2 दिसंबर, 2022) को गिरफ्तार कर लिया है। पिछले ढाई महीने से केंद्रीय एजेंसी इस कोयला उगाही घोटाला मामले की जाँच कर रही है। सौम्या चौरसिया 2008 बैच की राज्य प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं, जो 2018 के दिसंबर में कॉन्ग्रेस पार्टी के राज्य की सत्ता में वापसी के बाद से ही इस शक्तिशाली पद पर काबिज हैं।
इस घोटाले के तार सीधे रायपुर स्थित CMO से जुड़े हैं, जिसके बाद मामला हाई-प्रोफ़ाइल बन गया है। इस मामले में ED पहले ही 2009 बैच के IAS अधिकारी समीर बिश्नोई के अलावा 3 कारोबारियों को गिरफ्तार कर चुकी है। कोयला उगाही घोटाला मामले में ED ने कारोबारी सूर्यकान्त तिवारी को मुख्य आरोपित बताया है, जो जाँच एजेंसी की गिरफ़्त में है। इस मामले में 3 IAS अधिकारियों के ठिकानों पर ED की छापेमारी हो चुकी है।
शुक्रवार दोपहर को गिरफ़्तारी से पहले ED पिछले दो महीनों में कई बार सौम्या चौरसिया से पूछताछ भी कर चुकी थी। इस मामले में सितंबर 2022 के दूसरे हफ्ते में एक IAS पति-पत्नी के यहाँ भी छापेमारी हो चुकी है। सौम्या चौरसिया का मेडिकल एग्जामिनेशन कराने के बाद उन्हें अजय सिंह राजपूत की PMLA (मनी लॉन्ड्रिंग) कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने सौम्या चौरसिया को 4 दिन की रिमांड में भेज दिया है। हालाँकि, जाँच एजेंसी ने 14 दिनों की कस्टडी की माँग की थी।
सौम्या चौरसिया को इससे पहले 9 बार पूछताछ के लिए समन किया गया था। उनके वकील फैसल रिजवी ने दावा किया कि उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचाने के लिए ये सब किया जा रहा है। इस मामले में पहले से गिरफ्तार आरोपितों को जुडिशल कस्टडी में रायपुर स्थित सेन्ट्रल जेल में रखा गया है। ED का कहना है कि नेताओं-कारोबारियों-अधिकारियों के रैकेट ने इस घोटाले को अंजाम दिया, जिसके तहत प्रति टन कोयला 25 रुपए की उगाही की गई।
ED ने अपने रिमांड नोट में साफ कहा कि छत्तीसगढ़ में चल रहे “सरकारी एक्सटॉर्शन” में सूर्यकांत तिवारी तो सिर्फ़ मोहरा है जिसे सौम्या चौरसिया मुख्यमंत्री दफ़्तर में बैठ कर चला रही थी। सौम्या चौरसिया ने “सरकारी एक्सटोर्शन” के जरिये अपने परिवारजनों के नाम करोड़ों की संपत्ति भी बनायी। pic.twitter.com/7Y91iBLgQK
— Jitender Sharma (@capt_ivane) December 3, 2022
इसके तहत प्रतिदिन 2-3 करोड़ रुपए की अवैध उगाही की गई। सौम्या चौरसिया की गिरफ़्तारी को सीएम बघेल ने राजनीतिक कार्रवाई बताते हुए ऐलान किया है कि वो इसके खिलाफ पूरी ताकत से लड़ेंगे। उन्होंने ED पर अधिकारियों के साथ मारपीट का भी आरोप लगाया। 6 दिसंबर को फिर से सौम्या चौरसिया को अदालत में पेश किया जाएगा। सौम्या पर ये भी आरोप है कि उन्होंने अपने परिजनों के नाम पर सस्ते दाम में खरीदी गई जमीनों को महँगे दाम पर बेच कर दूसरी जमीनें खरीदी हैं।