कॉर्पोरेट लॉबीयीस्ट दीपक तलवार के लिंक भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या से जुड़े होने का खुलासा हुआ है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली की एक अदालत में यह दावा किया है। ईडी के मुताबिक एक मनी लॉन्ड्रिंग केस में दीपक के लिंक माल्या से मिले हैं। ईडी की दलीलों के आधार पर स्पेशल जज एसएस मान ने तलवार की ईडी कस्टडी को 12 फरवरी तक के लिए बढ़ा दी है।
जानकारी के मुताबिक़, कोर्ट से ईडी ने तलवार की कस्टडी को 7 दिन बढ़ाने की माँग की थी। ईडी ने कहा कि वह तलवार का सामना उसके बेटे से कराना चाहती है, जो अभी विदेश में है। बता दें कि ईडी ने उसे 11 फरवरी को पेश होने के लिए समन भेजा है। दरअसल, ईडी ने तलवार पर प्राइवेट एयरलाइन्स के पक्ष में सौदे कराने के लिए बिचौलिए के तौर पर काम करने का आरोप लगाया है।
ईडी के अनुसार, इससे एयर इंडिया को नुकसान हुआ था। बता दें कि तलवार की कस्टडी का समय पूरा हो रहा था, जिसके बाद ईडी ने कोर्ट से इसे बढ़ाने की माँग की थी, जिसके बाद उसे 12 फरवरी तक ईडी कस्टडी में भेज दिया गया।
जाँच में पता चला माल्या का लिंक
कोर्ट में दावा करते हुए ईडी ने कहा कि जाँच से पता चला है कि तलवार के तार माल्या से जुड़े हैं। बता दें कि फ़िलहाल किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व मालिक माल्या अभी ब्रिटेन में है और वहाँ की सरकार ने उसके प्रत्यर्पण के आदेश पर दस्तख़त कर दिए हैं। माल्या पर बैंकों के क़रीब ₹9,000 करोड़ लेकर भागने का आरोप है। दीपक तलवार दुबई से 30 जनवरी को भारत लाया गया था, जिसके बाद ईडी ने उसे गिरफ़्तार किया था।
UK के गृह मंत्रालय से माल्या के प्रत्यर्पण की मिल चुकी है मंज़ूरी
बीते दिनों ब्रिटेन के गृह सचिव ने भारत के भगौड़े कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण की मंज़ूरी प्रदान की थी। कुछ दिन पहले ही केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) ने विजय माल्या से सम्बंधित बैंक खातों में धनराशि को अवरुद्ध करने के लिए स्विस अधिकारियों से अनुरोध किया था, साथ ही उसके खातों का विवरण प्रदान करने की भी माँग की थी। स्विटजरलैंड की शीर्ष अदालत द्वारा सूचना प्रदान करने को मंज़ूरी मिलने के बाद दोनों देशों के अधिकारियों द्वारा पहल शुरू की जा चुकी थी।
सीबीआई ने स्विस अधिकारियों से इस बात का अनुरोध किया था कि वो भगोड़े व्यापारी विजय माल्या के चार बैंक अकाउंट में आने वाले फंड को रोक दें। जिसके बाद जिनेवा के सरकारी वकील ने 14 अगस्त 2018 को न केवल सीबीआई द्वारा किए इस अनुरोध का पालन किया बल्कि माल्या के अन्य तीन बैंक अकाउंट की जानकारियों को भी साझा की। साथ ही उन पाँच कंपनियों की भी जानकारी सीबीआई को दी, जिनका संबंध माल्या से था।