केंद्रीय जाँच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में दक्षिण मुंबई में 10 ठिकानों पर छापेमारी की। जानकारी के मुताबिक ईडी ने दाऊद इब्राहिम की दिवंगत बहन हसीना पारकर और भाई इकबाल कासकर के आवासों सहित मुंबई में 9 और ठाणे में 1 जगहों पर छापे मारे हैं।
Enforcement Directorate (ED) is carrying out searches at several places linked to the people associated with the underworld, in Mumbai in a money laundering case: Sources
— ANI (@ANI) February 15, 2022
दिलचस्प बात यह है कि कई न्यूज सोर्स ने बताया है कि चल रही छापेमारी में महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ राजनेता से संबंधित एक प्रॉपर्टी डील की जाँच भी शामिल है। बताया गया कि दाऊद के एक सहयोगी के साथ कथित तौर पर सौदा करने वाला एक स्थानीय राजनेता भी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की जाँच के दायरे में है। उसकी भी जाँच की जा रही है।
मराठी समाचार एजेंसी एबीपी माझा ने बताया कि ईडी की जाँच मुख्य रूप से हसीना और इकबाल द्वारा महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ राजनेता के साथ किए गए सौदों की जाँच पर आधारित है। ईडी आगे की जाँच के लिए आने वाले दिनों में इकबाल कासकर को हिरासत में ले सकती है। इकबाल फिलहाल जेल में है।
Mumbai: ED officials opened the sealed residence of Dawood Ibrahim’s sister Haseena Parkar and conducted a search inside the house.
— ANI (@ANI) February 15, 2022
(Visuals from outside Parkar’s residence) pic.twitter.com/nFWqEhzqdA
हाल ही में, ईडी ने राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) द्वारा दर्ज एक FIR के आधार पर भगोड़े दाऊद इब्राहिम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया। ईडी ने जिन परिसरों पर छापा मारा, उनमें से कुछ नागपाड़ा इलाके में हैं जो कभी दाऊद का गढ़ हुआ करता था।
ईडी कथित तौर पर हवाला एंगल की भी जाँच कर रहा है, जिसके माध्यम से दाऊद ने आतंकवाद फैलाने, राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने और भारत में धार्मिक समूहों के बीच दरार पैदा करने के लिए अपने अवैध धन का इस्तेमाल किया। दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत मामला पहले ही दर्ज किया जा चुका है।
फडणवीस के आरोप के बाद ED की जाँच?
इससे पहले नवंबर 2021 में, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया था कि उनके पास एनसीपी के मौजूदा मंत्री नवाब मलिक और उनके परिवार के खिलाफ सबूत हैं, जो 2005 में मुंबई 1993 बम धमाकों के दोषियों के साथ लैंड डील में शामिल थे। फडणवीस ने बताया कि मलिक और उनके परिवार ने कंपनी ‘सॉलिडस’ के नाम पर मुंबई के कुर्ला में मालिक सरदार शाह वली खान और सलीम पटेल से जमीन खरीदी थी।
Another person is Mohammad Salim Ishaq Patel alias Salim Patel as he’s known – front man of Haseena Parker.
— @OfficeOfDevendra (@Devendra_Office) November 9, 2021
He was arrested in 2007 with Haseena Parkar in land grabbing
and other fraud issues.
He has been her frontman in property grabbing matters: @Dev_Fadnavis #DevendraFadnavis
उल्लेखनीय है कि सरदार शाह वली खान को 1993 के मुंबई विस्फोट मामले में दोषी ठहराया गया था और सलीम पटेल को हसीना पारकर का करीबी सहयोगी भी कहा जाता है। मामले के बारे में बात करते हुए फडणवीस ने कहा, “नवाब मलिक का अंडरवर्ल्ड से सीधा संबंध है। मेरे पास पाँच संपत्ति सौदों के दस्तावेज हैं। अंडरवर्ल्ड से जुड़ी चार संपत्तियाँ खरीदी गईं। मैं उपयुक्त अधिकारी, चाहे वह पुलिस, ईडी, एनआईए हो, को उन्हें सौंप दूँगा।”