उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक मंदिर में शिवलिंग पर अंडा रख कर फोटो वायरल कर दी गई। इसके बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। पुलिस ने मौके पर पहुँच कर लोगों को शाँत करवाया। मामले में FIR दर्ज कर के आरोपित की तलाश शुरू कर दी गई है। घटना शुक्रवार (10 जून 2022) की है।
किसी अज्ञात शरारती तत्व द्वारा ऐसा कृत्य करने की सूचना प्राप्त हुई जिस पर तत्काल पुलिस द्वारा संज्ञान लिया गया। स्थिति सामान्य है। प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना शिवकुटी में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है। अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
— PRAYAGRAJ POLICE (@prayagraj_pol) June 11, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जहाँ ये घटना घटी, उस स्थान का नाम कोटेश्वर मंदिर है। इस जगह हिन्दू समाज की काफी आस्था है। यह प्रयागराज के शिवकुटी इलाके में पड़ता है। शिवलिंग मंदिर में 5 फिट लोहे की जाली के अंदर स्थापित है। घटना के दिन किसी ने उस पर अंडा रख कर फोटो खींच लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुँची, तब तक स्थानीय लोगों ने अंडा बाहर फेंक दिया था। मंदिर प्रबंधन की तरफ से अज्ञात आरोपित के खिलाफ तहरीर दी गई। पुलिस ने CCTV फुटेज के साथ अन्य साक्ष्य तलाशने शुरू कर दिए हैं। SHO शिवकुटी मनीष तिवारी के मुताबिक जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन का सहयोग किया और असामाजिक तत्वों को उनके कारनामों में सफल न होने देने का एलान किया। क्षेत्र के पार्षद कमलेश ने बताया, “इस मंदिर की स्थापना स्वयं भगवान राम ने की थी।” वहीं विरोध स्वरूप जमा हुए अन्य लोगों ने भी मंदिर परिसर में CCTV लगवाने के साथ सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किए जाने की माँग की।
गौरतलब है कि प्रयागराज में 10 जून 2022 (शुक्रवार) को जुमे की नमाज़ के बाद हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में DM और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों पर पथराव हुआ। SSP अजय कुमार पांडेय के मुताबिक अब तक घटना में शामिल आरोपितों पर 29 गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ है।
SSP ने 11 जून 2022 को ऑपइंडिया को बताया, “FIR में 70 आरोपित नामजद किए गए हैं। 24 घंटे में 68 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है। इन 68 में से 4 आरोपित नाबालिग हैं। 64 आरोपितों को जेल भेज दिया गया है जबकि 4 नाबालिगों को बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया है। CCTV व अन्य साक्ष्यों से आरोपितों की पहचान के प्रयास जारी हैं। किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा।”