अयोध्या में दलित किशोरी से रेप करने के आरोपित शाहबान को को पुलिस ने एनकाउंटर में घायल करके गिरफ्तार कर लिया है। शहबान अपने साथी मोनू मोहम्मद के साथ भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो वह फायरिंग करने लगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से लौटने के कुछ ही देर बाद खंडासा पुलिस ने यह कार्रवाई की।
मुठभेड़ के दौरान खंडासा पुलिस ने 24 साल के शहबान के पैर में गोली मारी। गोली लगते ही वह गिर गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल, उपचार के लिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं, उसका साथी मोहम्मद फरार होने में कामयाब रहा है। यह एनकाउंटर खंडासा थाना क्षेत्र के विनायकपुर मोड़ के पास हुआ।
SP ग्रामीण अतुल कुमार सोनकर ने बताया कि विनायकपुर मोड़ के पास पुलिस चेकिंग कर रही थी। गुरुवार (5 सितंबर 2024) की रात करीब 10 बजे बाइक पर सवार होकर दो युवक वहाँ से गुजर रहे थे। पुलिस ने उन्हें रूकने के लिए कहा तो वे भागने लगे। उनकी संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए पुलिस ने उनका पीछा किया।
पुलिस को पीछे आते देख आरोपित पुलिस पर फायरिंग करने लगे। इसके बाद पुलिस की टीम ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। इस मुठभेड़ में एक आरोपित के पैर में गोली लग गई और वह वहीं गिर गया, जबकि दूसरा आरोपित भाग निकला। इसकी पहचान शहबान के रूप में हुई। यह अयोध्या में दलित किशोरी से रेप का आरोपित है।
थाना खण्डासा #ayodhyapolice ने दुराचार करने वाले अभियुक्त को पुलिस मुठभेड़ में किया गिरफ्तार, के सम्बन्ध मे #SPRA की बाइट। #UPPolice pic.twitter.com/KWZjZ4ldVP
— AYODHYA POLICE (@ayodhya_police) September 5, 2024
शहबान के पास से एक मोटरसाइकिल, 315 बोर का तमंचा, जिंदा कारतूस और खोखा बरामद हुए हैं। उसने पुलिस को बताया कि वह रायपट्टी गाँव का रहने वाला है और पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। उसने बताया कि वह दूसरे जिले में भागने के लिए पैसा लेने गया था, लेकिन पुलिस को देखकर भागने लगा और आखिरकार पकड़ा गया।
उसने बताया कि वह अयोध्या में एक दलित किशोरी के रेप का आरोपित है। उसका भाग निकला दोस्त मोनू मोहम्मद भी इस रेप केस में नामजद है। दरअसल, 5 सितंबर को 16 साल की किशोरी और उसके पिता ने थाने खंडासा में तहरीर दी। अपनी तहरीर में उन्होंने कहा कि गाँव के ही एक मुस्लिम युवक ने उसकी बेटी के साथ रेप किया है।
पिता ने बताया कि 20 दिन पहले वह लड़की को जबरदस्ती खेत पर ले गया था और वहाँ पर अपने दोस्त मोनू की मौजूदगी में उसका रेप किया था। इसके बाद उसने धमकी दी थी कि अगर इस बात को बताया तो वह उसे जान से मार देगा। इतना ही नहीं, शहबान ने यह भी धमकी दी थी कि वह उसके परिवार को भी मार देगा।
इससे लड़की डर गई और इसके बारे में किसी को नहीं बताया। लड़की की चुपी के बाद शहबान का हौसला और बढ़ गया और वह राह चलती पीड़िता को परेशान करने लगा। उस पर बार-बार शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालने लगा। इससे डरकर लड़की ने घर से निकलना बंद कर दिया। उसके बदले हुए व्यवहार को देखकर घरवालों ने पूछताछ की तब सच्चाई सामने आई।
पीड़िता के परिवार ने कहा है कि उन्हें लगातार धमकियाँ मिल रही है। विदेश से भी धमकी भरा फोन कॉल आया था। परिवार का आरोप है कि 2 सितंबर 2024 को आरोपित ने अपने साथियों के साथ उसके घर पहुँचकर पूरे परिवार को धमकाया भी था। मामला दर्ज कराने के बाद आरोपित और उसका साथी फरार हो गए थे।