उत्तरप्रदेश के महानगर मेरठ में अतिसंवेदनशील इलाका कहे जाने वाले गुदड़ी बाजार में मंगलवार को अंधाधुँध फायरिंग हुई। हालाँकि, पुलिस ने अगले दिन बुधवार को वहाँ जाकर जब पूछताछ की तो वहाँ किसी ने अपना मुँह नहीं खोला, लेकिन अब पता चला है कि मंगलवार की रात पूर्व बसपा सांसद एवं पूर्व मेयर शाहिद अखलाक मलिक के बेटे साकिब अखलाक, भाई राशिद अखलाक और भतीजे यासिर अखलाक ने वहाँ फायरिंग की थी, जिसमें कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने सभी नामजदों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज कर ली हैं। इलाके में फोर्स को तैनात कर दिया गया हैं। दो नामजदों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं और साथ ही दोनों पक्षों के 25-25 लोगों को 5-5 लाख के रुपए के मुचलके पर पाबंद किया गया है।
इस मामले में शाहिद अखलाख का कहना है कि हमारा परिवार हमेशा अमन के लिए काम करता है। FIR में नामजदगी गलत है। राशिद बीच-बचाव करने गया था। फायरिंग की बात झूठी है। जाँच में सब साफ हो जाएगा। जबकि बता दें कि शाहिद के बेटे राशिद पर आरोप है कि उसने गोलियाँ चलाईं थीं, जिसमें आशिक और अमान घायल हो गए थे।
इस मामले में पुलिस उपाधीक्षक दिनेश शुक्ला की मानें तो मंगलवार को सलाउद्दीन कुरैशी और आशिक इलाही पक्ष में बच्चों के विवाद से तनातनी हुई थी। हालाँकि, उस समय समझौता हो गया था, लेकिन रात 10 बजे (FIR के मुताबिक) पूर्व सांसद के भाई राशिद अखलाक, बेटा साकिब अखलाख, भतीजा यासीर अखलाक, सलाउद्दीन और नौशाद ने आशिक की दुकान पर जाकर मारपीट की और तोड़फोड़ करने लगे।
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार सीओ दिनेश मिश्रा ने बताया कि बुधवार को जब सिटी मजिस्ट्रेट के साथ जाँच के लिए गए, तो वहाँ रहने वाले बयान देने के बचते रहे। अब अखलाख परिवार के पास कितने लाइसेंस हैं, इसकी रिपोर्ट एसएसपी को भेजी गई हैं। इनके निरस्तीकरण पर कार्रवाई की जाएगी। इलाके में पुलिस की गश्त जारी है।
इसके अलावा दूसरे पक्ष की ओर से सलमान ने तहरीर देकर अपने ऊपर हमले करने के आरोप में आशिक पर इल्जाम लगाया है। जाँच के आधार पर आगे कार्रवाई होगी। एसएसपी साहनी का कहना है कि फिलहाल नामजद सलमान और समीर को गिरफ्तार कर लिया गया, बाकी आरोपित भी जल्द ही गिरफ्तार किए जाएँगे।